गांव वासियों ने छप्पड़ों में गंदा पानी डालने का किया विरोध

punjabkesari.in Saturday, Jan 13, 2018 - 02:41 PM (IST)

मौड़ मंडी(प्रवीन): बठिंडा जिले के ऐतिहासिक गांव माईसरखाना में गंदे पानी की समस्या का हल करने के लिए प्रशासन द्वारा पहले कोई ध्यान न देना जहां गांव वासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। वहीं अब उसी गंदे पानी की निकासी का प्रबंध करना प्रशासन के लिए बड़ी सिरदर्दी बनता जा रहा है।

गांव माईसरखाना में गंदे पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध न होने के कारण जहां पूरा गांव गंदे पानी की चपेट में है, वहीं इसने गांव में बने ऐतिहासिक मंदिर और गुरुद्वारा भी चपेट में ले लिए हैं। गांव में तीन छप्पड़ होने के कारण प्रशासन ने जब यह गंदा पानी छप्पड़ों में छोडऩे की स्कीम बनाई तो इन छप्पड़ों के निकट रहने वाले लोगों ने प्रशासन का विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद स्कूल के पास बने छप्पड़ में पानी छोडऩे की स्कीम बनाने के लिए जब प्रशासन की टीम छप्पड़ के पास पहुंची तो गांव वासी रमनदीप सिंह, गुरजंट सिंह, रनजीत सिंह, जगदीप सिंह, लाली सिंह, सेवक सिंह, कुलदीप सिंह, लाभ सिंह, जयपाल सिंह आदि ने विरोध करते हुए कहा कि वे सभी गांव का गंदा पानी इस छप्पड़ में किसी भी कीमत में नहीं डालने देंगे, क्योंकि इससे उनका और स्कूल के बच्चों का जीवन दूभर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने धक्के के साथ वासियों की जिंदगी और सेहत से खिलवाड़ करने की कोशिश की तो संघर्ष तेज किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन व पंजाब सरकार की होगी। 

इस संबंधी जब एस.डी.एम. वरिंद्र कुमार से बातचीत करनी चाही तो उन्होंने अपना मोबाइल नहीं उठाया। इस संबंधी बी.डी.पी.ओ. अशोक कुमार ने कहा कि इस संबंधी प्रशासन के नेतृत्व में ग्राम सभा की बैठक बुलाई गई है, जिसमें गांव वासियों को समस्या के हल हेतु सुझाव देने के लिए कहा गया है परन्तु छप्पड़ों में पानी छोड़े जाने संबंधी विभिन्न विचार थे जिस कारण गांव वासियों को कहा गया है कि वे इस समस्या का हल अपने स्तर पर करें। 


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