बृहस्पति व शनि अक्तूबर 2018 के बाद सोनाक्षी के विवाह योग को जागृत करेंगे

punjabkesari.in Friday, Mar 16, 2018 - 08:51 AM (IST)

जालंधर  (धवन): फिल्म अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का जन्म 2 जून 1987 को बिहार के पटना शहर में हुआ। आरंभ में कॉस्ट्यूम डिजाइनर के रूप में काम शुरू करने वाली सिन्हा ने 2010 में हिन्दी फिल्मों में प्रवेश किया था। ज्योतिषी संजय चौधरी के अनुसार सोनाक्षी के जन्म समय बारे अस्पष्टता होने के कारण नाड़ी ज्योतिष सिद्धांत से भविष्यवाणी करना ज्यादा बेहतर है। 


सोनाक्षी का जन्म लगन मकर है तथा उनकी कुंडली में राहु तीसरे घर में बैठा है, जिस कारण परिवार में वह सबसे छोटी संतान है। छठे घर का स्वामी विपरीत हर्षा राजयोग बना रहा है, जिसने सोनाक्षी को प्रसिद्धि व सफलता दी। इसी तरह से चौथे घर में बिना किसी दुष्प्रभाव के बैठे शुक्र ने उन्हें सुख के साधन उपलब्ध करवाए। उन्होंने कहा कि शुक्र सोनाक्षी के कर्मघर 10वें घर को देख रहा है जिस कारण अंतत: सोनाक्षी फिल्मी क्षेत्र में आई। नाड़ी ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार शनि तथा बृहस्पति दोनों आकाश में संचार करते समय अपने परिणाम देते हैं। 

 

2010 में जब बृहस्पति उनकी कुंडली में जन्म के बृहस्पति के ऊपर से संचार कर रहा था तथा शनि 9वें घर में था तो भाग्य ने सोनाक्षी सिन्हा का साथ दिया। उस समय उनकी पहली फिल्म रिलीज हुई तथा आते ही हिट हो गई।  उन्होंने कहा कि शनि अब सोनाक्षी की कुंडली में 12वें घर में संचार कर रहा है, जिसे ज्यादा शुभ नहीं माना जाता परन्तु बृहस्पति का उनकी कुंडली के 10वें घर में संचार होने से राहत भी मिलती है।  अक्तूबर 2018 से बृहस्पति गोचर में जब वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा तो वह विवाह के घर 7वें को जागृत कर देगा, जिस कारण सोनाक्षी के विवाह को लेकर प्रस्ताव आएंगे। बृहस्पति के वृश्चिक राशि में संचार के चलते जब शनि वक्री अवस्था में आएंगे तो विवाह संबंधी प्रस्तावों को अपनी मंजूरी प्रदान करेंगे। 


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