वर्तमान दौर में ज्योतिष से हो रहा है जनकल्याण: विजय कुमार चोपड़ा

punjabkesari.in Saturday, Dec 30, 2017 - 11:45 AM (IST)

जालंधर (राहुल शर्मा): ज्योतिष पूरी तरह से तर्क-संगत व गणना पर आधारित विज्ञान है। जरूरत इस भारतीय संस्कृति की अनुपम धरोहर को जनसाधारण तक पहुंचाने की है।  इस कार्य में आधुनिक संचार क्रांति अपनी सार्थक भूमिका निभा रही है। उक्त शब्द श्री अविनाश चोपड़ा (संयुक्त संपादक पंजाब केसरी पत्र समूह) ने मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पं. राजीव शर्मा, संरक्षक विक्रांत शर्मा, डा. शिवराज साहनी, पं. भोलानाथ द्विवेदी, कैलाश चमोली, मुकेश सेखड़ी, बृजमोहन कपूर व अन्य पदाधिकारियों से बातचीत करते हुए कहे।

उन्होंने अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच द्वारा आयोजित 60वें अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष सम्मेलन के सफल व सुव्यवस्थित आयोजन के लिए बधाई देते हुए इस प्रकार के ज्योतिष उत्थान कार्यक्रमों के आयोजन को और अधिक प्रभावी व ज्ञानवद्र्धक बनाने के लिए सुझाव भी दिए। श्री अविनाश चोपड़ा ने मंच द्वारा पिछले दो दशकों से अधिक समय से देश के विभिन्न प्रदेशों में किए जा रहे ज्योतिष उत्थान कार्यों के बारे में चर्चा करते हुए ज्योतिष के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों, नए प्रयोगों शोध कार्यों के  संकलन व उन्हें पुस्तक रूप में जनसाधारण तक पहुंचाने का भी परामर्श दिया। पंजाब केसरी पत्र समूह के मुख्य संपादक पद्मश्री विजय कुमार चोपड़ा ने कहा कि वर्तमान दौर में ज्योतिष जहां स्वरोकागार का साधन बना है, वहीं इसके उपायों से जनकल्याण कार्य भी हो रहे हैं।  ऐसे आयोजन से जहां समाज में जागृति आती है, वहीं ज्योतिषीय कार्य, उपायों का सामान बेचने वाले लोगों के लिए भी रोकागार के अवसर पैदा हो रहे हैं। ऐसे आयोजन सर्वसंप्रदाय सम्भाव व समाज में समरसता भाव लाने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।

उन्होंने उपायों में पर्यावरण, गऊ सेवा, माता-पिता की सेवा, बालिका पूजन, राशन वितरण व अन्य जनहितैषी कार्यों को भी शामिल करने का सुझावदिया।अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पं. राजीव शर्मा व संरक्षक विक्रांत शर्मा ने 60वें अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष सम्मेलन के सफल आयोजन में सक्रिय सहयोग व मार्गदर्शन के लिए हार्द्धिक आभार प्रकट किया। मंच द्वारा उन्हें दोशाला, गौरव चिन्ह भेंट किया गया। पंजाब केसरी पत्र समूह द्वारा ज्योतिष उत्थान, प्रचार-प्रसार व जागृति अभियान कार्यों में दिए जा रहे अतुलनीय सहयोग की सराहना की।  ज्योतिष नियमों, उपनियमों, देशकाल, स्थिति पर आधारित विज्ञान है, इस विद्या से जुड़ा साधक जब  इनका ध्यान रखकर कोई कार्य करता है तो वह हमेशा सार्थक व जनहितैषी योग बनाता है। उक्त शब्द पं. राजीव शर्मा ने कहे। उन्होंने कहा कि ज्योतिष के लिए निरंतर तर्क-संगत, वर्तमान से जुड़े शोध कार्य हमारी भारतीय संस्कृति को समृद्ध करते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मंच अपनी निरंतरता बनाए हुए है ताकि अधिक से अधिक ज्योतिष जिज्ञासुओं व विद्वानों को एक ऐसा मंच प्रदान किया जाए जो एक -दूसरे के पूरक बनने के साथ-साथ जन उत्थान कार्यों में अपनी सक्रियता बनाए रखें।


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