भाजपाइयों ने निकाला रोष मार्च, पुलिस ने न रोका, न किया कोई गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Dec 17, 2017 - 08:15 AM (IST)

जालंधर(पाहवा): भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर पर्चा दर्ज किए जाने के खिलाफ पार्टी ने   जिला पुलिस प्रशासन व सत्ता पक्ष के खिलाफ रोष मार्च निकाला गया। जिला अध्यक्ष रमेश शर्मा के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने धारा 144 लागू होने के बावजूद 2 कि.मी. तक मार्च निकाला लेकिन न तो पुलिस ने रोका तथा न ही अड़चनें पैदा करने की कोशिशें कीं। 

भाजपा नेताओं ने जिलाधीश वरिन्द्र शर्मा को ज्ञापन सौंप कर मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए। इस दौरान जिला अध्यक्ष रमेश शर्मा ने कहा कि वार्ड नंबर-78 में भाजपा के उम्मीदवार रवि महेन्द्रू व अन्य कार्यकर्ताओं पर कांग्रेसियों ने पहले तो हमला बोला, जब भाजपा के लोग पुलिस थाने में शिकायत करने गए तो पुलिस ने उल्टा भाजपा के जिलाध्यक्ष रमेश शर्मा, विधायक का चुनाव लड़े वरिष्ठ भाजपा नेताओं महेन्द्र भगत, शीतल अंगुराल, अमित तनेजा, रोबिन सांपला, कमल शर्मा, रवि महेन्द्रू, प्रदीप खुल्लर, आशु महेन्द्रू, मुकेश महेन्द्रू, सौरव सेठ, धीरज भगत, कमल शर्मा, विनीत धीर तथा अन्य भाजपा कार्यकत्र्ताओं पर मामला दर्ज कर दिया। 

शर्मा ने कहा कि ऐसा कांग्रेस सरकार के दबाव में पुलिस ने किया है। उन्होंने कहा कि इसी दबाव में अवैध रूप से मामला दर्ज किया गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश शर्मा ने कहा कि पंजाब पुलिस कांग्रेस सरकार के हाथों की कठपुतली बनकर काम करते हुए लोगों पर अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है।

उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस सरकार की चालों को अच्छी तरह समझने लगी है। शर्मा ने कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ धारा 143,149,186, 505 के तहत जो केस दर्ज पूरी तरह से झूठा है, असलियत यह है कि पर्चा कांग्रेस नेताओं पर दर्ज किया जाना चाहिए था। रोष मार्च के दौरान पुलिस प्रशासन, कांग्रेस पार्टी व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जिला अध्यक्ष ने कहा कि राज्यपाल के नाम दिए ज्ञापन में मांग की गई है कि भाजपा नेताओं पर झूठा पर्चा दर्ज करने वाले व कांग्रेस के एजैंट बन कर काम कर रहे पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस दौरान प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता, नरेश ठठई, सुरिन्द्र आनंद व अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे।  

सत्ता पक्ष को खुश करने के लिए दिया भाजपाइयों पर पर्चा!
लगता है 2 दिन पहले थाना बस्ती बावा खेल में भारतीय जनता पार्टी जालंधर के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकत्र्ताओं पर दर्ज किया गया केस सिर्फ सत्ता पक्ष को खुश करने के लिए ही है, क्योंकि 2 दिन बाद भी केस में नामजद आरोपी सरेआम उसी थाना एरिया में ही रैलियां कर रहे हैं और आज तो सारी हदें पार करते हुए आरोपियों ने अपने समर्थकों सहित शहर मे रैली निकालते हुए जिलाधीश दफ्तर तक पहुंच गए, लेकिन पुलिस अधिकारियों की हिम्मत नहीं हुई कि गैर जमानती धाराओं में दर्ज केस में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाए। ऐसी स्थिति में स्पष्ट है कि पुलिस आरोपियों पर केस दर्ज कर सिर्फ सत्ता पक्ष को ही खुश किया है। 

धारा 144 की उड़ी धज्जियां
निकाय चुनावों के चलते शहर में धारा 144 लगाई गई है। इसके बाद भी कंपनी बाग चौक से लेकर जिलाधीश कार्यालय तक के 2 कि.मी. के फासले पर भी पुलिस ने धारा तोडऩे वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे यह बात साफ है कि पुलिस प्रशासन भाजपा नेताओं पर मामला दर्ज करने के बाद अब मामले को हल करने की फिराक में है शायद इसी के चलते भाजपा नेताओं पर ढिलाई बरती गई। 

धारा तोडने वालों पर होगी कार्रवाई : जिलाधीश
जिलाधीश वरिन्द्र कुमार शर्मा का कहना है कि लोगों ने धारा 144 लागू होने के बावजूद रोष मार्च निकाला। उन्होंने कहा कि रोष मार्च की वीडियोग्राफी करवाई गई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

पूरी तैयारी के साथ आए थे जिला अध्यक्ष
जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश शर्मा को उम्मीद थी कि पार्टी नेताओं व उन पर दर्ज मामले में रोष दर्ज करवाने जा तो वह रहे हैं लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए जिला अध्यक्ष रमेश शर्मा ही एक मात्र ऐसे नेता थे जो बाकायदा पूरी तैयारी के साथ रोष मार्च में आए थे। कंधे पर बैग जिसमें कपड़ों के साथ-साथ श्री रामचरितमानस व दुर्गा सप्तशती मौजूद थे। इस संबंध में शर्मा का कहना था कि वह तो गिरफ्तार किए जाने की संभावना से ही आए थे। पुलिस को अहसास हो गया है कि उसने पार्टी के साथ धक्केशाही की है। 


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