पाकिस्तान पंजाब के मुख्यमंत्री ने कैप्टन को लिखी चिट्ठी, स्मॉग पर जताई चिंता

punjabkesari.in Wednesday, Nov 22, 2017 - 09:19 AM (IST)

जालंधर (नरेश): स्मॉग को लेकर पाकिस्तान में भी सियासत शुरू हो गई है। पाकिस्तानी पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ  ने भी पंजाब के मुख्यमंत्री को इस मामले पर चिट्ठी लिख कर पहले आपसी सहयोग की बात की और चिट्ठी के मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचने से पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की तर्ज पर उसको ट्विटर पर सार्वजनिक कर दिया। इस चिट्ठी के सार्वजनिक होते ही पाकिस्तानी मीडिया ने इसे हाथों-हाथ लिया और यह खबर पाकिस्तानी मीडिया की सुॢखयों में आ गई। पाकिसतानी पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ  द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को लिखे गए पत्र का मुख्यमंत्री के मीडिया विभाग ने सधा जवाब दिया है। पाकिस्तानी पंजाब की सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मंगलवार को किए गए ट्वीट में शहबाज शरीफ  द्वारा कैप्टन अमरेंद्र सिंह को लिखे गए पत्र की कॉपी भी ट्वीट की गई है। 

 

रवीन ठकुराल का जवाब 
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह वायु प्रदूषण के इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं और इस मामले में पंजाब सरकार केंद्र सरकार के साथ तालमेल करके समस्या के समाधान में जुटी है और उम्मीद है कि जल्द इसका समाधान निकल जाएगा। मुख्यमंत्री को फिलहाल पाकिस्तानी मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ  का पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलने पर उचित समय पर इसका जवाब दिया जाएगा। 


भारतीय दूतावास के जरिए पहुंचेगा पत्र 
पाक पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ  द्वारा लिखा गया यह पत्र पाकिस्तान में स्थित भारतीय दूतावास के जरिए भारत पहुंचेगा और वहां से यह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के कार्यालय पहुंचेगा। यह पत्र 19 नवम्बर को लिखा गया था और एक प्रक्रिया के तहत ही इसे मुख्यमंत्री तक पहुंचने में देरी हुई है, लिहाजा मामले को खबरों में लाने के लिए पाकिस्तानी पंजाब की सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पत्र को सार्वजनिक कर दिया। 

क्या लिखा है पत्र में 

आप इस बात से भली-भांति वाकिफ  हैं कि इस साल पाकिस्तानी और भारतीय पंजाब के लोग स्मॉग की विकराल होती समस्या से दो-चार हो रहे हैं। लोगों की सेहत पर इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है। यह एक इलाके की समस्या नहीं रही है और यह अब दिल्ली से लेकर लाहौर तक फैल चुकी है। समस्या का मुख्य कारण वाहनों और उद्योगों से होने वाले प्रदूषण के साथ-साथ पंजाब में धान की पराली को जलाया जाना भी है। मेरा मानना है कि इस समस्या के समाधान के लिए दोनों तरफ  के पंजाब को संयुक्त प्रयास करना चाहिए। हमें ऐसी तकनीक और बिजनैस मॉडल विकसित करने पड़ेंगे जिनसे पराली को जलाने की समस्या से निजात मिल सके। मैं इस मामले में आपसे क्षेत्रीय सहयोग की अपील करता हूं। 


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