मैडम सिद्धू हलकावासियों की फेवरेट, सीएम बादल से रहा इनका छत्तीस का आकड़ा

punjabkesari.in Monday, Jan 02, 2017 - 03:40 PM (IST)

अमृतसर पूर्वी सीट शुरु से मैडम नवजोत कौर सिद्धू कारण सुर्खियों में रही है। मैडम सिद्धू का ग्रांटों को लेकर बादल के साथ छत्तीस का अांकड़ा रहा है। इस सीट से पिछले तीन विधानसभा चुनावों के दौरान एक बार अकाली दल, एक बार कांग्रेस व एक बार भाजपा उम्मीदवार ने चुनाव जीता। हलके में जीत हार का फैसला आगामी चुनावों के दौरान क्षेत्र के बेरोजगार वर्ग व हिंदू वोट के हाथ में है।
 
सीट का इतिहास
वर्ष             पार्टी             विजेता
2001        अकाली दल       डा. दलबीर सिंह वेरका
2007        कांग्रेस              डा. राज कुमार  
2012         भाजपा            डा. नवजोत कौर सिद्धू


वायदे
- घर-घर तक सीवरेज व पेयजल सप्लाई की व्यवस्था
- अच्छी सेहत सुविधाओं के साथ-साथ दवाईयां मुहैया करवाना
- सड़कों के विकास व पार्कों को विकसित करना
- युवा पीढ़ी के लिए रोजगार उपलब्ध करवाना
- वल्ला वेरका व तुंगा का समूह विकास
- वल्ला सब्जी मंडी को विकसित करना

वायदे कितने हुए वफा
पंजाब सरकार व क्षेत्रीय विधायक के बीच पांच वर्ष के कार्यकाल दौरान रहे 36 के आंकड़े ने चुनावों के दौरान किए वायदों को बड़े स्तर पर प्रभावित किया। बे-शक विधायक द्वारा अपने हलके में पांच वर्ष के दौरान विकास संबंधी किए वायदों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई मगर इन वर्षाें में उन्हें कई बार अपनी ही सरकार के विरोध का भी सामना करना पड़ा।

दावों की हकीकत
विधायक नवजोत कौर सिद्धू द्वारा अपने हलके में लोगों के साथ किए वायदों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया जहां-जहां फंडों की कमी देखी वह उसे किसी तरह भी उपलब्ध करवा कर लाए।

विधायक का दावा
2012 में भारतीय जनता पार्टी की टिकट से जीते पूर्व विधायक एवं संसदीय सचिव डा. नवजोत कौर सिद्व का कहना है कि उन्होंने अपने क्षेत्र में लोगों के साथ किए सभी वायदे पूरे किए चाहे उन्हें विकास कार्यों के लिए लडक़र पैसा लाना पड़ा मगर वह अपने प्रयासों से पीछे नहीं हटी। पूरे क्षेत्र में सीवरेज प्रणाली को सुचारू ढंग से चलवाया। रसूलपुर, मक्बुलपूरा, तुंगा व वेरका क्षेत्र में सीवरेज के साथ-साथ सडक़ों व गलियों के निर्माण करवाए। क्षेत्र में नशा करने वाले युवकों से आर्ट आफ लिविंग के माध्यम से नशा छुड़वाने के लिए कैंप भी लगवाए इसके अतिरिक्त जेलों में जाकर कैदियों व हवालातियों को अपराध से हटकर एक अच्छे समाज में जीने की कला सिखाई। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों के अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें सरकार की नीतियों के कारण भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामना पड़ा।

विधायक एक लोकप्रिय नेता
क्षेत्रीय विधायक डा. नवजोत कौर सिद्धू एक लोकप्रिय नेता ही नहीं बल्कि अपने पद की गरिमा को बनाए रखने में भी सफल रही हैं। अकाली-भाजपा सरकार के साथ कई तरह की समस्याओं से जूझने के बावजूद उन्होंने अपने हलके के लोगों का साथ नहीं छोड़ा और उनकी हर मुसीबत में उनका साथ दिया।


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