मुख्य मार्ग पर बंद हो जाएंगे 17 शराब के ठेके

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2017 - 02:57 PM (IST)

अमृतसर(इन्द्रजीत): शराब के ठेकों की नीलामी में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर जी.टी. रोड स्थित सभी 17 शराब के ठेके बंद कर दिए जाएंगे। इनके स्थान पर नए ठेके मुख्य मार्ग से 500 मीटर की दूरी के भीतर दिखाई नहीं देंगे। इस संबंध में विभागीय जानकारी के अनुसार अमृतसर सर्किल में लगभग 341 ठेके हैं। अमृतसर सर्किल में शहर के अतिरिक्त राजासांसी, अजनाला, मजीठा, रमदास, अटारी, बाबा बकाला, रईया, वेरका, कत्थूनंगल क्षेत्र आते हैं। इनमें हालांकि लिंक रोड अथवा छोटे मार्गों पर भी शराब के ठेके हैं किन्तु ये ठेके सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी किए निर्देशों के अंतर्गत नहीं आते। दूसरी ओर अमृतसर सर्किल में जी.टी. रोड पर आने वाले ठेके मात्र 17 हैं और इन 17 ठेकों को अगली नीलामी में अनुमति नहीं मिलेगी। 

सरकार मचा रही रैवेन्यू लॉस का शोर
हालांकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर बंद किए गए ठेकों के स्थान पर 500 मीटर की दूरी पर अंदर की तरफ ठेके खुल सकेंगे किन्तु पंजाब सरकार का कहना है कि मुख्य मार्गों पर बंद किए गए ठेकों से सरकार को राजस्व की भारी हानि होगी इसलिए सरकार ऐसी स्कीम बना रही है जिससे रैवेन्यू कम न हो। सूत्रों से पता चला है कि इस बार सरकार रैवेन्यू लॉस को बचाने के लिए शराब की कीमतों में वृद्धि कर सकती है क्योंकि मुख्य मार्गों से होने वाले नुक्सान की पूर्ति का खमियाजा शराब के खपतकारों पर ही पड़ेगा।

बड़े ठेकेदारों को मिलेंगेे शराब के ठेके
सूत्रों का कहना है कि सरकार जिस प्रकार पॉलिसी बना रही है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार शराब के छोटे ठेकेदार ठेकों से महरूम रह सकते हैं क्योंकि नई सरकार का रुझान नए ठेकेदारों की तरफ है। हालांकि ये ठेकेदार पिछली कांग्रेस की सरकार के समय में पूरी तरह सिरमौर रहे किन्तु अकाली सरकार के आने पर अकालियों के चहेते ठेकेदारों को अधिक अधिमान मिला था और ये ठेकेदार खूब रंगे। अब नई सरकार में बड़े ठेकेदारों को मौका मिलेगा। 

पुराने ठेकेदार को सता रहा है डर
शराब के ठेकों की नीलामी में जहां लोगों को शराब महंगी होनी का डर सता रहा है, वहीं पिछले दशक में एक बड़े शराब व्यापारी (लिकर किंग) का भय भी कम नहीं हो रहा। सूत्रों का कहना है कि उक्त ठेकेदार ने ऐसा जाल बिछाया हुआ था कि समानांतर फोर्स तैयार की थी जो गांव में घर-घर जाकर शराब की टोह लेती थी। इसमें पुलिस जहां मात्र केस दर्ज करके मामला आगे कर देती थी, वहीं ठेकेदार के गुर्गे शराब बरामद करने के साथ जमकर पिटाई भी करते थे। इसी क्रम में कई सरपंच भी ठेकेदार के इन कारिंदों के कहर का शिकार हुए थे किन्तु पुलिस को सख्त हिदायत थी कि कोई दखलअंदाजी ठेकेदारों के काम में न करें। ठेकेदार का डर इतना था कि दूसरे प्रदेशों से शराब पीकर आने वाले लोगों को उल्टियां भी करवाते थे। अमृतसर के एक विश्व प्रसिद्ध सर्जन के पुत्र की शादी में ठेकेदार के कारिंदों ने शराब व गाड़ी दोनों ही जब्त कर ली थी। 


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