संविधान के प्रति अकालियों ने हमेशा अपनाया दोहरा रवैया: धर्मसोत

punjabkesari.in Monday, Aug 21, 2017 - 08:49 AM (IST)

लौंगोवाल (वशिष्ठ/विजय): संत हरचंद सिंह लौंगोवाल की 32वीं वाॢषक बरसी पर आज यहां पंजाब सरकार द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय समागम में मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने संत लौंगोवाल को अमन शांति का मसीहा बताते हुए अकाली दल के नेताओं को आड़े हाथों लिया।

 

उन्होंने कहा कि बादल की दोगली नीतियों के कारण ही संत को शहादत देनी पड़ी। धर्मसोत ने कहा कि संविधान के प्रति अकालियों ने हमेशा दोहरा रवैया अपनाया है।  अकाली जब सत्ता में होते हैं तो संविधान को मानते हैं परन्तु जब सत्ता से बाहर होते हैं तो संविधान को फाडऩे की बातें करते हैं। ये लोग पंजाब में अमन-शांति भंग करने वाले तत्वों के मददगार रहे हैं और बादल ने देवीलाल के साथ समझौता करके ही एस.वाई.एल. नहर का निर्माण करवाया। 


 प्रैस कॉन्फ्रैंस के दौरान कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जातियों व पिछड़ी श्रेणियों के बच्चों के वजीफों के मामले में पंजाब सरकार द्वारा जल्द ही 700 करोड़ के घपले को बेनकाब किया जा रहा है। इस मौके पर विधायक विजय इंद्र सिंगला ने कहा कि कैप्टन सरकार ने 2 लाख के किसानी कर्जे माफ कर पंजाब की किसानी को बचाने का यत्न किया है, जबकि बादल सरकार एक धेले का कर्जा माफ नहीं कर सकी। 


सरकारी स्टेज पर ही उलझे कांग्रेसी नेता
समागम में मुख्य मेहमान के पहुंचने से पहले ही कांग्रेस के नेता सरकारी स्टेज पर आपस में तू-तू मैं-मैं पर उतर आए। जानकारी के अनुसार यह मामला एक व्यक्ति की मौजूदगी को लेकर चला जिसकी बदौलत पंडाल में बैठे लोगों का ध्यान स्टेज की तरफ ङ्क्षखच गया। कुछ मिनट बाद चाहे मामला शांत हो गया परंतु यह मामला अंत तक लोगों में चर्चा का विषय बना रहा। 


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