कृषि, मिनरल, माइनिंग और खेल के क्षेत्र में काम करेंगे भारत-आस्ट्रेलिया

punjabkesari.in Monday, Feb 19, 2018 - 10:55 AM (IST)

अमृतसरः भारत में आस्ट्रेलिया की राजदूत हरिन्द्र सिद्धू ने कहा है कि भारत और आस्ट्रेलिया के मध्य द्विपक्षीय व्यापार, खेलों, शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं तथा इन्हीं संभावनाओं को असल रूप देने के लिए वह पंजाब के 3 दिन के दौरे पर आई हैं। दौरे के दूसरे दिन जालंधर में पंजाब केसरी कार्यालय पहुंची हरिन्द्र सिद्धू के साथ पंजाब केसरी के संवाददाता नरेश कुमार और रिमांशु गाबा ने बातचीत की। पेश है बातचीत का पूरा ब्यौरा-


प्रश्र : पंजाब की यात्रा का मकसद क्या है और यह कितनी सफल रही है?
उत्तर : मैं कल ही अमृतसर आई हूं और यह यात्रा अब तक काफी सफल रही है। यह पंजाब में मेरा तीसरा दौरा है और मैं पहली बार जालन्धर, लुधियाना और अमृतसर जा रही हूं। इस क्रम में मैं सोमवार को लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय जाऊंगी। आस्ट्रेलिया के साथ पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हुए हैं और आस्ट्रेलिया व पंजाब कृषि के क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे हैं। आस्ट्रेलिया-पंजाब को हैप्पी सीड टैक्नोलॉजी पर काम करने के गुर सिखाएगा। इस तकनीक के तहत धान की कटाई के बाद पराली को जलाने की समस्या से मुक्ति मिल सकेगी। इसके अलावा गेहूं की गुणवत्ता के सुधार को लेकर भी आस्ट्रेलिया व पंजाब के बीच काम चल रहा है और इसके भी सकारात्मक नतीजे निकलेंगे।

 

प्रश्र : आस्ट्रेलिया में अदानी ग्रुप द्वारा कोयला खदान तक रेल ङ्क्षलक के लिए दी गई एप्लीकेशन की क्या स्थिति है?
उत्तर : अदानी ग्रुप ने आस्ट्रेलिया में कोयला खदान तक रेल ङ्क्षलक बनाने के लिए आस्ट्रेलिया सरकार से फंड की मांग की है और आस्ट्रेलिया सरकार इस मामले में गंभीर भी है लेकिन सभी पक्षों की सहमति न होने के कारण इस मामले में पेंच अभी फंसा हुआ है और सभी पक्षों की सहमति के बाद जल्द ही इसमें कोई हल 
निकल सकता है। 

 

प्रश्र : आस्ट्रेलिया के गुरुद्वारों में भारतीय अधिकारियों पर लगी पाबंदी पर आप क्या कहेंगी?
उत्तर : आस्ट्रेलिया के सभी गुरुद्वारों में ऐसा नहीं हुआ है। मेलबोर्न के एक गुरुद्वारे को लेकर इस तरह की सूचना जरूर है लेकिन जब तक स्थानीय गुरुद्वारा कमेटियां आस्ट्रेलिया के कानून का उल्लंघन नहीं करतीं सरकार इसमें कोई दखल नहीं देगी लेकिन ऐसा पूरे आस्ट्रेलिया में नहीं हो रहा। गुरुद्वारा प्रबंधकों को अपने हिसाब से गुरुद्वारा प्रबंध चलाने की आजादी है। 

 

प्रश्र : पंजाब के साथ संबंधों की मजबूती के लिए क्या योजना है?
उत्तर : भारत और आस्ट्रेलिया के मध्य स्पोर्ट्स पार्टनरशिप कार्यक्रम के तहत आस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालयों का पिछले साल पंजाब इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्ट्स मोहाली और पटियाला के साथ समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत आस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालयों में खिलाड़ियों की बेहतरी के लिए तैयार किए जा रहे ट्रेनिंग कार्यक्रमों, कोङ्क्षचग की गुणवत्ता सुधारने और खिलाडिय़ों के अभ्यास के तरीकों के लिए तैयार किए गए कार्यक्रम पंजाब के साथ सांझा किए जा रहे हैं तथा इससे पंजाब के खिलाडिय़ों को काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा पंजाब के साथ कृषि और टूरिज्म के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी काम चल रहा है। 

 

प्रश्र : श्री दरबार साहिब में माथा टेकने का अनुभव कैसा रहा?
उत्तर : इसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। यह मेरी जिंदगी का सबसे अनमोल पल रहा है और मुझे वहां पर जाकर असीम शांति का अहसास हुआ।

 

प्रश्र : भारत-आस्ट्रेलिया के द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
उत्तर : दोनों देशों के मध्य 2016 में 16.5 बिलियन डालर का व्यापार हुआ था और इसमें काफी वृद्धि की संभावना है। इस संभावना पर काम करने के लिए ही आस्ट्रेलिया के पूर्व हाई कमिश्रर द्वारा एक रिपोर्ट तैयार 
की जा रही है। यह रिपोर्ट जल्द ही पूरी हो जाएगी। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत और आस्ट्रेलिया कृषि के अलावा मिनरल, माइनिंग और शिक्षा के क्षेत्र में व्यापार बढ़ाने की काफी संभावनाएं हैं। रिपोर्ट आने के बाद इस पर आगे काम किया जाएगा। 

 

प्रश्र : आस्ट्रेलिया में कच्चे तौर पर रह रहे भारतीयों के लिए नागरिकता हासिल करने का सही तरीका क्या होगा?
उत्तर : यह पेचीदा प्रश्र है। असल में यह हर व्यक्ति की व्यक्तिगत क्षमता और उसके प्रोफैशनल अनुभव पर निर्भर करता है। 2016 की जनगणना के मुताबिक आस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के नागरिकों की संख्या 6 लाख 50 हजार है और पिछले 10 साल में इसमें 3 गुना का इजाफा हुआ है। इसका मतलब साफ है कि आस्ट्रेलिया भारतवंशियों को नागरिकता देने के मामले में उदार है लेकिन उन्हें इसके लिए स्किल माइग्रेशन प्रोग्राम अथवा ऐसे रास्ते अपनाने होंगे जिनमें कानून के मुताबिक आस्ट्रेलियन नागरिकता मिलने का प्रावधान है। यदि किसी की एप्लीकेशन में त्रुटि  नहीं है और कोई व्यक्ति आस्ट्रेलियन नागरिकता हासिल करने की शर्तें पूरी करता है तो उसे नागरिकता जरूर मिलती है। 

 

प्रश्र : पढ़ाई के लिए आस्ट्रेलिया आने वाले स्टूडैंट्स के लिए वीजा हासिल करने का सही रास्ता क्या होगा?
उत्तर : आस्ट्रेलिया में पढ़ाई के लिए आने वाले भारतीय छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इस संख्या में पिछले साल 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। पिछले साल करीब 68 हजार भारतीय स्टूडैंट 
पढ़ाई करने के लिए आस्ट्रेलिया आए थे। आस्ट्रेलिया आने की चाहत रखने वाले छात्रों के लिए सबसे पहले यह जरूरी है कि उनकी एप्लीकेशन में कोई गलत जानकारी न दी गई हो। ऐसा होने की स्थिति में उनके पैसे खराब होंगे और वीजा रद्द होने के बाद उन्हें मानसिक परेशानी भी झेलनी पड़ सकती है। लिहाजा स्टूडैंट्स उसी कोर्स के लिए अप्लाई करें जिसकी पढ़ाई वह पूरी कर सकते हैं या जिस कोर्स के लिए आवेदन करने के वे योग्य हैं।


प्रश्र : क्या आने वाले दिनों में हम छात्रों के लिए वीजा नियमों में नरमी की उम्मीद कर सकते हैं?
उत्तर : आस्ट्रेलिया के वीजा नियम पहले से ही काफी उदार हैं। आस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने के लिए आने वाले स्टूडैंट्स को हफ्ते में 22 घंटे काम करने की इजाजत मिलती है। इसके अलावा छात्र के साथ आने वाले उसके साथी (स्पाऊस) को काम करने की इजाजत मिलती है। कुछ कोर्स ऐसे भी हैं जिनमें पढ़ाई पूरी करने के बाद काम करने के मौके के अलावा आस्ट्रेलिया में रहने का अवसर भी मिलता है। 

 

प्रश्र : आस्ट्रेलिया की यूनिवॢसटियों द्वारा छात्रों के साथ हो रही धोखाधड़ी की शिकायतों पर क्या कार्रवाई हो रही है?
उत्तर : हाल ही में कुछ ऐसे मामले आए हैं जहां छात्रों ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। यह बहुत निराश करने वाला है और ऐसे मामलों से मन को  बहुत दुख पहुंचता है। आस्ट्रेलिया की सरकार ऐसे मामलों में जांच कर रही है और विद्याॢथयों के हितों की सुरक्षा की जाएगी। 


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