पटियाला बना पंजाब का एकमात्र जिला, जहां बायोमीट्रिक मशीनों के साथ लगती है हाजिरी

punjabkesari.in Friday, Mar 24, 2017 - 05:01 PM (IST)

पटियाला (राजेश) : पिछली बादल सरकार के अंतिम वर्ष में सी.एम. सिटी बने पटियाला शहर के डिप्टी कमिश्रर रहे रामवीर ने कई ऐसे कार्य किए हैं, जिनको लंबे समय तक याद किया जाएगा। डी.सी. रामवीर 2009 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी हैं। नई पीढ़ी के अफसर होने के कारण उन्होंने टैक्नोलॉजी को अधिक से अधिक महत्ता दी। जहां समूचे सब-डिवीजन दफ्तरों को कम्प्यूटर तकनीक के द्वारा डी.सी. दफ्तर के साथ जोड़ा और अपने दफ्तर से बैठ कर वह सभी सब-डिवीजनों का जायजा लेते रहे, वहीं उन्होंने जिला पटियाला को पंजाब का एकमात्र ऐसा जिला बनाया, जहां समूचे कर्मचारियों की हाजिरी बायोमीट्रिक मशीन के साथ लगनी यकीनी हुई। 

लेट-लतीफ कर्मचारियों पर कसा शिकंजा
डी.सी. दफ्तर में बायोमीट्रिक मशीन लगने के साथ लेट-लतीफ कर्मचारियों पर शिकंजा कसा और लोगों की यह शिकायत दूर हो गई कि कर्मचारी फरलो पर हैं या लेट आते हैं। इसके अलावा उन्होंने दफ्तरों में हाजिरी यकीनी बनाने के लिए कई बार पी.डब्ल्यू.डी. हैड आफिस, सिविल सर्जन दफ्तर, नगर निगम दफ्तर और पब्लिक डीङ्क्षलग दफ्तरों में अचानक चैकिंग की और लेट-लतीफ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की। वह कई बार सुविधा केंद्र और डी.टी.ओ. दफ्तरों में भी छापामारी करने गए, जिस कारण हमेशा यह डर बना रहा कि डी.सी. कभी भी छापा मार सकते हैं। लिहाजा कर्मचारी सीटों पर उपस्थित दिखाई देने लगे थे। 

फिर से फिरोजपुर का डी.सी. किया तैनात
यही कारण है कि नई बनी कै. अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने भी उनका पुराना रिकार्ड देखते हुए फिर से उनको जिला फिरोजपुर का डी.सी. तैनात कर दिया है। बेशक उनका जिला बदला गया है परंतु उनको पाकिस्तान के बार्डर के साथ लगते फिरोजपुर जिले की अहम जिम्मेदारी दी गई है। रामवीर ने बतौर डिप्टी कमिश्रर व्यवस्था सुधारने की तरफ विशेष ध्यान दिया। 
 


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