कैप्टन के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह चेहरे बन सकते हैं पंजाब कांग्रेस प्रधान

punjabkesari.in Tuesday, Mar 14, 2017 - 11:55 AM (IST)

चंडीगढ़ःकैप्टन अमरेंद्र सिंह के 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद प्रदेश प्रधान पद खाली होने जा रहा है। इस पद के लिए सीनियर उप-प्रधान लाल सिंह और पार्टी प्रवक्ता सुनील जाखड़ सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। यह दोनों ही कैप्टन के करीबी हैं।उल्लेखनीय है कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह  दिसंबर 2015 से कांग्रेस प्रधान हैं। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में 77 सीटें जीत कर इतिहास रचा है। कैप्टन को पार्टी हाईकमान पहले ही मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर चुकी है। 

कैप्टन के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें प्रदेश प्रधान का पद छोडऩा पड़ेगा। चूंकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह होंगे इसलिए जरूरी है कि संगठन का कार्यभार ऐसे हाथों में सौंपा जाए, जिससे कैप्टन के साथ कोई तकरार न उत्पन्न हो। ऐसे में छह बार विधायक रहे लाल सिंह और तीन बार विधायक रहे सुनील जाखड़ का नाम तेजी से उभरा है।इस दौड़ में सुनील जाखड़ का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। जाखड़ अबोहर से चुनाव हार गए हैं। वह हिंदू चेहरा हैं। वहीं लाल सिंह पटियाला जिले से आते हैं। कैप्टन अमरेंद्र सिंह भी पटियाला से हैं।

अगर पार्टी हाईकमान हिंदू को तरजीह देती है, तो सुनील जाखड़ के हाथ में पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। हालांकि, इन दिनों जाखड़ और कैप्टन के रिश्ते खासे मधुर नहीं बताए जा रहे हैं।इस समय कैप्टन के पास भी अपना वादा पूरा करने का मौका होगा, जो उन्होंने जाखड़ को राज्यसभा भेजने के लिए किया था।बता दें कि पिछले वर्ष कैप्टन जाखड़ को राज्यसभा भेजना चाहते थे, लेकिन प्रताप सिंह बाजवा के राहुल गांधी से गहरे रिश्ते के कारण ऐसा नहीं हो पाया। बाजवा राज्यसभा में चले गए। तब से ही जाखड़ कैप्टन से खफा चल रहे थे। हालांकि, खफा होने के बावजूद जाखड़ कैप्टन के साथ ही खड़े नजर आए। ऐसे में अगर जाखड़ प्रदेश प्रधान बनते हैं, तो कैप्टन का वादा भी काफी हद तक पूरा हो सकता है। वहीं, सूत्र बताते हैं कि प्रताप सिंह बाजवा भी प्रदेश प्रधान बनने को लेकर पुन: सक्रिय हो गए हैं। वह भी इस पद से लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। 
 


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