कैप्टन के महानगर दौरे पर खुलेगी ग्रांटों की पिटारी

punjabkesari.in Tuesday, Aug 22, 2017 - 09:32 AM (IST)

लुधियाना (हितेश): सरकार बनने के बाद लोगों के बीच न जाने बारे विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देने के लिए सी.एम. अमरेन्द्र सिंह ने जो हाल ही में मानसा, अमृतसर व गुरदासपुर का दौरा किया है, उसी मुहिम के तहत जल्द ही लुधियाना में भी उनका कार्यक्रम होने जा रहा है। इसकी रूपरेखा तय करने के लिए सांसद रवनीत बिट्टू, कांग्रेस विधायकों व अफसरों ने देर रात तक मीटिंग करके रूपरेखा तय की। इस दौरान कैप्टन से महानगर के लिए ग्रांटों के रूप में कई प्रोजैक्टों का ऐलान करने बारे चर्चा हुई है। हालांकि इस बारे में कई दिनों से चंडीगढ़ में भी मंथन चल रहा था। लेकिन ग्राऊंड रिपोर्ट के लिए पहले लोकल अफसरों के साथ मीटिंग का फैसला लिया गया। जहां विधायक भारत भूषण आशु, सुरेन्द्र डाबर, संजय तलवाड़, डी.सी. प्रदीप अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर जसकिरण सिंह, एडीशनल कमिश्नर विशेष सारंगल, ए.सी.ए. ग्लाडा नीरू कत्याल मौजूद रहे।

इन प्रोजैक्टों पर हुई चर्चा
-जगराओं पुल के अनसेफ हिस्से का पुन: निर्माण
-गिल रोड व पक्खोवाल रोड रेलवे क्राॢसग पर फ्लाईओवर
-कूड़े की समस्या हल करने के लिए नए कम्पैक्टर लगाने
-इंडोर स्वीमिंग पुल का निर्माण पूरा करना
-अस्पतालों व शिक्षण संस्थानों को मुकम्मल करने
-शिवाजी नगर नाला पक्का करने
- एग्जीबिशन हाल के लिए जगह व ग्रांट
-मेन सड़कों के लिए स्पैशल ग्रांट

फंड आते ही फिर रखी एफ. एंड सी.सी. की मीटिंग
अकाली-भाजपा मैंबरों ने पिछली बार यह कहकर एफ. एंड सी.सी. की मीटिंग की मीटिंग रद्द करवा दी थी कि फंड की कमी के दौर में नए प्रस्ताव पास करने का क्या फायदा। क्योंकि पैसा न होने कारण पहले से पास एजैंडे से संबंधित विकास कार्यों पर टैंडर लगाने व वर्क ऑर्डर जारी करने का काम लटका हुआ है। अब 25 करोड़ का लोन रिलीज करवाने व सरकार से इतनी ही ग्रांट मिली है तो 24 अगस्त को दोबारा एफ. एंड सी.सी. की मीटिंग बुला ली गई है, जिसमें पुराने एजैंडे के अलावा सप्लीमैंटरी प्रस्ताव भी शामिल किए जाएंगे।
 

पेमैंट रिलीज करते ही ठेकेदारों पर बढ़ेगा विकास कार्य पूरे करने का दबाव
ठेकेदारों द्वारा की गई हड़ताल को खत्म करवाने के लिए किए गए वायदे को पूरा करने के रूप में निगम ने जुलाई तक के पैंङ्क्षडग बिलों में से 30 फीसदी पेमैंट कर दी है। इसके साथ ही ठेकेदारों पर विकास कार्य पूरे करने का दबाव भी बढाया जाएगा। क्योंकि ठेकेदारों ने काफी देर से विकास कार्य या तो शुरू ही नहीं किए या अधर में छोड़े हुए हैं। इसे लेकर विपक्ष द्वारा सरकार पर हमले करने के अलावा लोगों में भी नाराजगी बढ़ रही है। जिसका नुक्सान होने के डर से कांग्रेस ने निगम चुनाव तो स्थगित कर दिए हैं। लेकिन आगे विकास कार्य मुकम्मल करने की कवायद भी तेज कर दी है।


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