सोशल मीडिया पर छाए कैप्टन के फैसले, हो रही बल्ले-बल्ले
punjabkesari.in Monday, Mar 20, 2017 - 01:56 PM (IST)
जालन्धर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह की सरकार द्वारा वी.वी.आई.पी. कल्चर को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों को सोशल मीडिया ने भी सलाम किया है। ट्विटर, फेसबुक तथा व्हाट्सअप पर लोगों द्वारा अमरेन्द्र सरकार के इस पहले बड़े फैसले को सराहा जा रहा है। कैप्टन ने स्वयं अपने ट्विटर पर जब यह डाला कि उनकी कैबिनेट ने वी.आई.पी. कल्चर से राज्य को मुक्ति दिलाने का निर्णय लिया है तो कुछ ही देर में 4283 लोगों ने कैप्टन के इस ट्वीट को रिट्वीट किया तथा 8212 लोगों ने इस फैसले को पसंद किया। गुलपनाग ने ट्वीट करते हुए इसे अच्छा कदम बताया। बालाजीगोपाल ने लिखा कि हैड्स ऑफ कैप्टन। अक्षय राठी ने लिखा कि कैप्टन साहब के इस प्रारंभिक फैसले की सराहना तथा साथ ही उन्होंने लिखा कि लालबत्तियों की तरह वी.आई.पी. व्यवहार में भी कमी आनी चाहिए।
संदीप गनगोत्रा ने लिखा कि दिल्ली में सभी ‘आप’ के विधायक व मंत्रियों द्वारा लालबत्तियों का प्रयोग वाहनों पर किया जाता है। उन्होंने लिखा कि केजरीवाल भी वी.आई.पी. कल्चर में चलते हैं। इसी तरह से विजय चौहान ने लिखा कि यह फैसला लम्बे समय तक चलना चाहिए। वेद प्रकाश विद्रोही ने लिखा कि वी.आई.पी. कल्चर खत्म करना सकारात्मक कदम, सरकार अब अधिक पारदर्शिता व जवाबदेही से काम करे। अजीत भिंडर ने लिखा कि फैसला अच्छा, अब पंजाब के लिए आश्चर्यजनक काम करो। अनिल सूद ने लिखा कि ऐसे कदमों के बाद वह चाहते हैं कि पांच वर्षों बाद पुन: कांग्रेस चुनाव जीते। संदीप सिंह ने लिखा कि नए पंजाब की सृजना शुरू हो गई है तथा पंजाब अपने गौरवशाली इतिहास को हासिल कर लेगा। दीप शिखा ने लिखा यह एक बहुत अच्छा कदम है।
इसी तरह से अजय प्रकाश ने लिखा कि अच्छा कदम पर अब कैप्टन अकाली गुंडों को सबक सिखाएं। आवेरी मिश्रा ने कैप्टन को ट्वीट करते हुए लिखा कि वह एक सेना अधिकारी की बच्ची है तथा उनका बचपन पंजाब में बीता है। वह चाहती है कि पंजाब विकास की बुलंदियों को छुए। संजय ने लिखा कि आप ने एक अच्छी लीडरशिप दी। इसी प्रकार वरुण चौहान ने कहा कि ऐसे कदम उठाना सरकार आगे भी जारी रखे। कुमार प्रतीश सिन्हा ने लिखा कि उड़ता पंजाब जरूर देखें तथा जो दिखाया गया है उसे खत्म करें। दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर ने भी कैप्टन के इस कदम को सराहते हुए कहा कि वी.आई.पी. कल्चर से मुक्ति पंजाब के लिए अच्छा कदम है तथा नए नेतृत्व को और मजबूती से काम करना चाहिए।