कांग्रेस विरुद्ध बगावत करने वाले पार्षदों को मुंह नहीं लगा रहे सुशील रिंकू

punjabkesari.in Saturday, Mar 25, 2017 - 08:50 AM (IST)

जालंधर(खुराना): विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया सम्पन्न हो चुकी है और जालंधर वैस्ट क्षेत्र से कांग्रेसी उम्मीदवार सुशील रिंकू अब विधायक बन चुके है, परंतु इसके बावजूद पंजाब की सत्ता पर भारी बहुमत से कब्जा करने वाली कांग्रेस पार्टी के बीच आपसी टकराव के समाचार अभी भी मिल रहे हैं। ऐसे समाचारों की पुष्टि तब हुई जब नवनिर्वाचित विधायक सुशील रिंकू ने नशों व अन्य मुद्दों को लेकर स्थानीय सर्कट हाऊस में पुलिस कमिश्नर व अन्य उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक की, परंतु उस बैठक में वैस्ट क्षेत्र से संबंधित कई कांग्रेसी पार्षदों को नहीं बुलाया गया। जिन पार्षदों को इस बैठक हेतु बुलावा नहीं भेजा गया उनमें वार्ड नं. 40 के पार्षद डा. प्रदीप सिंह राय और बस्ती पीरदाद क्षेत्र के पार्षद बलदेव सिंह देव हैं। गौरतलब है कि इन दोनों पार्षदों ने सुशील रिंकू के खिलाफ आजाद रूप से खड़े हुए पूर्व कांग्रेसी मेयर सुरेन्द्र महे का साथ दिया था और नामांकन पत्र भरते समय भी यह पार्षद सुरेन्द्र महे के साथ थे। 


चाहे बाद में पार्षद राय व कुछ अन्यों ने सुशील रिंकू के पक्ष में प्रचार किया, परंतु उन वार्डों में भी रिंकू ने इन पार्षदों की बजाय अपनी टीम खड़ी करके वहां से जीत प्राप्त की। पिछले दिनों सर्कट हाऊस में हुई बैठक दौरान सुशील रिंकू का साथ देने वाले पार्षद मेजर सिंह, हरसिमरनजीत सिंह बंटी, तरसेम लखौत्रा, विपन कुमार, कुलदीप मिंटू इत्यादि को न्यौता भेजा गया और यह पार्षद आए भी परंतु वार्ड 40 से रिंकू की टीम के कई सदस्य शामिल हुए, जिससे साफ हो गया कि विधायक सुशील रिंकू और कुछ कांग्रेसी पार्षदों के बीच मन-मुटाव अभी बरकरार है। यह मन-मुटाव आने वाले निगम चुनावों में अपना असर दिखा सकता है क्योंकि निगम चुनावों हेतु टिकट आबंटन में क्षेत्र के विधायक की अहम भूमिका होती है। 


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