गैंगस्टरों को पकडऩे वाले मुलाजिम को डिसमिस किए जाने से हड़कंप

punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2017 - 03:33 PM (IST)

लुधियाना (पंकज): दर्जनों कुख्यात गैंगस्टरों को पकडऩे में अहम भूमिका निभाने सहित राज्य में आतंकवाद के दौरान कई बार कुख्यात आतंकियों से सीधा मुकाबला करने व उन्हें गिरफ्तार करने वाले एक पुलिस मुलाजिम, जिसे विगत माह विभाग द्वारा प्रोमोट करके ए.एस.आई. रैंक से नवाजा गया था, को विभाग विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोपों के तहत पुलिस कमिश्नर द्वारा सीधा नौकरी से डिसमिस करने की खबर से पुलिस विभाग में निचले स्तर के कर्मचारियों का मनोबल गिरता दिखाई दे रहा है। पंजाब पुलिस हालांकि सार्वजनिक तौर पर इस फैसले पर टीका-टिप्पणी नहीं कर रही परंतु अंदरखाते आलाधिकारियों के इस फैसले के विरोध में गुफ्तगू होने की चर्चा है। 

सूत्रों की मानें तो नशे के आदी एक आरोपी के पिता, जोकि पुलिस मुखबिर है व कई बार पुलिस के लिए संजीवनी बूटी बना था, सारा मामला उसके साथ जुड़ा है। उसके बेटे को पकडऩे गई पुलिस पार्टी की फोन पर बात करवाने की गलती ए.एस.आई. कंवलजीत सिंह के लिए श्राप साबित हुई और उसे विभाग से डिसमिस कर दिया गया। आतंकवाद के दौर में विभाग में बतौर कांस्टेबल नौकरी करने वाले कंवलजीत सिंह के फाइल में विभिन्न थानों में ड्यूटी के दौरान 19 ब्लाइंड मर्डर हल करने का रिकार्ड दर्ज है। आतंकवाद के दौरान डेहलों थाना के अधीन पड़ते गांव मेरना में एरिया कमांडर वधेल सिंह अब्बूवाला की अगुवाई में शामिल 15 अन्य कुख्यात आतंकियों संग हुए सीधे पुलिस मुकाबले वाली टीम में भी कंवलजीत सिंह शामिल था, जिसमें एक हैड-कांस्टेबल की मौत व दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हुआ था। इंस्पैक्टर शमशेर सिंह गुड्डू की अगुवाई वाली पुलिस पार्टी में शामिल कंवलजीत ने आतंकियों संग हुए सीधे 2 मुकाबलों में जान की बाजी लगाई थी। विभाग की तरफ से उसे प्रशंसा पत्र व नकद ईनाम भी दिया गया था।

इन मुकाबलों में पुलिस ने कुल 5 नामी आतंकी मार गिराए थे, जिनमें से कइयों के सिर पर लाखों रुपए के नकद ईनाम थे। पंजाब में एक नामी शख्सियत का अपहरण करके सिंगापुर में 10 करोड़ की फिरौती वसूलने वाले कुख्यात गैंगस्टर संग ब्यास एरिया में हुए पुलिस एन्काऊंटर वाली टीम में शामिल इस कर्मचारी के खाते में जहां दर्जनों गैंग ब्रेक करने का रिकार्ड है, वहीं विभिन्न मामलों में पी.ओ. करार दे चुके अपराधियों को भी इसने गिरफ्तार किया था।एन.डी.पी.एस. एक्ट सहित दर्जनों आम्र्ज एक्ट के मामले दर्ज करने वाले कंवलजीत ने नौकरी से डिसमिस होने से एक सप्ताह पहले ही दोस्तों द्वारा मारकर रेलवे लाइनों पर फैंके गए एक युवक के अंधे कत्ल को ट्रेस किया था। मुख्यमंत्री द्वारा गैंगस्टरों के खिलाफ गठित एस.टी.एफ. टीम में शामिल इस कर्मचारी ने पंजाब में आतंक का दूसरा नाम बन चुके गैंगस्टर गोरू बच्चा को गिरफ्तार करने में अहम रोल अदा किया था, जिस पर उसे डी.जी.पी. द्वारा प्रोमोट करके ए.एस.आई. बनाया गया था। फिरोजपुर एरिया में कई कत्लों में संलिप्त कुख्यात गैंगस्टरों बग्गा खान व गेइया खान को दबोचने में इसका विशेष रोल था। 


 


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