सिविल अस्पताल में न दवाइयां पूरी न मशीनें, कैसे होगा मराजों का इलाज

punjabkesari.in Sunday, Oct 29, 2017 - 09:26 AM (IST)

संगरूर (विवेक सिंधवानी, यादविन्द्र): संगरूर व इसके आसपास के क्षेत्रों में डेंगू के मरीजों की गिनती और बढ़ रही है व सरकारी स्तर पर डेंगू रोकने के प्रबंध कम पड़ रहे हैं। सरकारी तौर पर चाहे जिले में सवा 200 के करीब डेंगू के मरीज होने की पुष्टि है परंतु सूत्रों अनुसार जिले में डेंगू के मरीजों की गिनती सैंकड़ों में नहीं हजारों में है।

सिर्फ डेंगू वार्ड बनाकर स्वास्थ्य विभाग ने की कर्तव्य की इतिश्री
सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने एक डेंगू वार्ड बनाकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली लगती है क्योंकि यहां आए मरीजों को बैड तो जरूर मिल जाते हैं परंतु इलाज के लिए अधिकतर दवाइयां बाहर से ही लेनी पड़ती हैं आज जब पंजाब केसरी की टीम ने डेंगू के मरीजों से सिविल अस्पताल में बात की तो उन्होंने कहा कि एक-दो ही दवाइयां हमें अस्पताल से मिली हैं जबकि बाकी दवाइयां हमें बाहर से लेनी पड़ती हैं।


4 वर्ष पहले होशियारपुर गई मशीन लौट कर न आई
डेंगू के मरीजों के लिए पहले यहां से सिंगल डोनर प्लेटलैट्स मशीन कहा जाता है, को 4 वर्ष पहले होशियारपुर भेज दिया गया था परंतु अभी तक यह मशीन वापस नहीं मंगवाई गई। यह मशीन जोकि डोनर के बीच में से प्लेटलैट्स निकालकर मरीज में डालकर सैल पूरे करने का काम करती है व एक बार में इस मशीन द्वारा 40 हजार सैल निकालकर डाले जा सकते हैं परंतु यह मशीन अब यहां न होने कारण डेंगू के मरीजों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।


अस्पताल खुद दे रहा डेंगू को आमंत्रण
डेंगू से बचने के लिए लोगों को अपना आस-पास साफ रखने की नसीहत देने वाले स्थानीय अस्पताल में सफाई प्रबंधों का बुरा हाल है। अस्पताल की एमरजैंसी के पीछे नालियों में बदबू वाला गंदा पानी डेंगू के मच्छरों को आमंत्रण दे रहा है। इसके अलावा कई जगह पानी भी खड़ा है व रखे कूलरों में चाहे पानी तो नहीं था परंतु मच्छरों की भरमार देखने को मिली।


डेंगू से नहीं हुई मौत : नोडल अफसर
जब इस संबंधी नोडल अफसर उपासना बिंदरा से बात की तो उन्होंने कहा कि 3 वर्ष में डेंगू से कोई मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों का पूूरा ध्यान रखा जा रहा है व दवाइयों का पूरा प्रबंध है। उन्होंने बताया कि आज तक 229 डेंगू के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।


क्या कहना है सिविल सर्जन का
जब इस संबंधी सिविल सर्जन डा. किरणजोत कौर बाली से संपर्क किया तो उन्होंने क हा कि लोगों में डेंगू का डर अधिक है जबकि इस संबंधी जागरूक होने की जरूरत है मरीजों को पूरी दवाइयां न मिलने संबंधी उन्होंने कहा कि डेंगू के मरीजों को अधिकतर पैरासिटामोल दवाई की ही जरूरत है व वह अस्पताल में उपलब्ध है। सिंगल डोनर प्लेटसैल मशीन संबंधी उन्होंने कहा कि उस मशीन की एक्सपायरी हो चुकी थी व जब विभाग नई मशीनें खरीदेगा तो स्थानीय अस्पताल में भी मशीन आएगी। अस्पताल में सफाई प्रबंधों बारे उन्होंने कहा कि वह खुद इसको देखेंगे।


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