पैलेस मालिकों और सीमैंट विक्रेताओं से काऊ सैस लेना भूल गए अधिकारी

punjabkesari.in Thursday, Aug 24, 2017 - 12:31 AM (IST)

जालंधर(खुराना): आज से कई माह पहले जालंधर नगर निगम के पार्षद हाऊस में काऊ सैस बारे प्रस्ताव पास हुआ था, जिसके तहत निगम ने जहां बिजली के बिलों, वाहनों की बिक्री, शराब की बोतलों, इंडियन ऑयल के टैंकरों, सीमैंट की बोरी और मैरिज पैलेस वालों से काऊ सैस वसूलना था परंतु हैरानी की बात यह है कि करोड़ों रुपए महीना वेतन लेने वाले नगर निगम के अधिकारी यह भूल ही गए कि मैरिज पैलेस वालों व सीमैंट की बोरी की बिक्री से भी काऊ सैस वसूलना है।
PunjabKesariइस बात का खुलासा बुधवार को गौ सेवा आयोग के चेयरमैन कीमती भगत द्वारा की गई एक बैठक में हुआ, जिसमें डिप्टी कमिश्रर, पशुपालन विभाग, पुलिस और एक्साइज विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। कीमती भगत ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने प्रयास करके पावरकॉम द्वारा काऊ सैस के रूप में इकट्ठे किए गए पैसे पंजाब के विभिन्न निगमों और कमेटियों को दिलवाए थे। इससे जालंधर निगम को भी 80.88 लाख रुपए प्राप्त हुए थे परंतु निगम ने एक भी पैसा गौ धन के कल्याण पर खर्च नहीं किया। अब निगम को निर्देश दिए गए हैं कि वह 40 लाख रुपए कनियांकलां गौशाला के शैड निर्माण, 10 लाख रुपए नई रिकवरी वैन हेतु तथा 2 लाख रुपए दवाइयों हेतु खर्च करे।

उन्होंने बताया कि निगम ने इंडियन ऑयल के टैंकरों से भी पूरी वसूली नहीं की है। इसके अलावा डी.टी.ओ. आफिस ने चौपहिया तथा दोपहिया वाहनों से काऊ सैस के रूप में 14-15 लाख रुपए इकट्ठे कर रखे हैं परंतु निगम ने अभी तक डी.टी.ओ. कार्यालय को अकाऊंट नम्बर ही नहीं दिया है।कीमती भगत ने बताया कि चीफ सैक्रेटरी के निर्देशों पर एयरकंडीशंड मैरिज पैलेस से प्रति फंक्शन 1000 रुपए और नॉन ए.सी. मैरिज पैलेस से 500 रुपए वसूले जाने थे परंतु किसी निगमाधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और न ही कभी निगम कमिश्रर ने काऊ सैस को लेकर कोई बैठक ही बुलाई। इसी तरह सीमैंट की बोरी की बिक्री पर 1 रुपए काऊ सैस वसूला जाना था जो आज तक वसूला ही नहीं गया। अगर निगम जिम्मेदारी से काम करता तो उसे विभिन्न विभागों से हर साल करीब 3 करोड़ रुपए इकट्ठे हो सकते हैं, जो गौधन के कल्याण हेतु पर्याप्त हैं परंतु अफसरशाही का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है। 

डी.टी.ओ. और बिजली बोर्ड को नोटिस जारी करेगा आयोग
गौ सेवा आयोग ने जालंधर के डी.टी.ओ. और बिजली बोर्ड के अधिकारियों को नोटिस जारी करने की घोषणा की है। गौरतलब है कि आज निगम परिसर में हुई बैठक में काऊ सैस को लेकर इन दोनों विभागों के अधिकारियों को भी बुलाया गया था परंतु इनकी ओर से कोई भी प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित नहीं हुआ।


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