इस बार झुलसा कर रख देगी गर्मी

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2017 - 11:41 AM (IST)

लुधियाना (सलूजा): अंधाधुंध वृक्षों की कटाई, दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग से मौसम का मिजाज लगातार करवट लेता जा रहा है। आज से कुछ दिन पहल दिन व रात के समय सर्दी का अहसास हो रहा था। लेकिन बीते कल से सर्दी गायब हो गई है। हर किसी की जुबान से केवल यह ही शब्द निकलने लगे है कि गर्मी हो गई है। तापमान एकदम से आसमान पर पहुंचने से मौसम माहिर व वैज्ञानिक खुद हैरान हैं। जिस तेजी से तापमान बढ़ रहा है, उससे संभावना व्यक्त की जा रही है इस बार की गर्मी तो हर किसी को ही झुलसा कर रख देगी।

गेहूं के लिए अधिक गर्मी नुक्सानदायक
मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 15.6 व अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सैल्सियस रहा। सुबह की समय हवा में नमी की मात्रा 84 व शाम के समय 36 फीसदी रही। पूर्व जिला मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. सुखपाल सिंह सेखों ने बताया कि तापमान में तेजी के कारण गेहूं के लिए नुक्सानदायक है, क्योंकि जहां पर दाना नहीं बना, वह वहीं पर ही सूख जाएगा। मार्च के पूरे महीने के दौरान ही हल्की-हल्की ठंडक गेहूं की फसल के लिए लाभदायक साबित हो सकती है। यदि अप्रैल महीने से पहले ही यह तापमान का पारा 35 से 40 डिग्री के बीच पहुंच गया तो फिर गेहूूं की पैदावार प्रभावित हो सकती है। 

मौसम का बदलता मिजाज कई बीमारियों को देता है जन्म
मौसम माहिरों ने बताया कि आने वालें 24 घंटों के दौरान लुधियाना व साथ लगते इलाकों में आसमान पर बादलों के छाए रहने की संभावना है। तापमान आने वाले दिनों के दौरान तेजी से बढ़ेगा। दुर्गापुरी हैबोवाल के डाक्टर अजय मोहन शर्मा ने कहा कि मौसम का बदलता मिजाज कई बीमारियों को जन्म देता है। अधिकतर लोग खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित हो जाते हैं इसलिए बचाव के लिए हर एक व्यक्ति को सबसे पहले अपने घर व इर्द-गिर्द सफाई का पूर्ण तौर पर ध्यान रखना होगा।  

पावर कॉम के लिए होगी परीक्षा की घड़ी
गर्मी के बढ़ते ही बिजली की मांग में भी उछाल आ गया है, जिससे बिजली की मांग व पैदावार में अंतर आना यकीनी है। यहां पर बता दें कि सी.एम.डी. पावर कॉम ने यह दावा किया है कि इस बार गर्मियों में पावर कट नहीं लगेंगे। लेकिन इस बार की गर्मी पावर कॉम के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं होगी।


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