डाक टिकट कलैक्शन के शौक ने बनाया चलता-फिरता इनसाइक्लोपीडिया

punjabkesari.in Friday, Mar 24, 2017 - 03:39 AM (IST)

अमृतसर(ममता): डाक टिकट एकत्रित करने का शौक चाहे पुराना है, लेकिन आज भी इसे एकत्र करने वाले शौकीनों की कमी नहीं है। डाक टिकट प्रेमी न केवल टिकटें एकत्रित करते हैं, बल्कि इससे संबंधित जुड़े इतिहास की भी पूरी तरह से जानकारी रखते हैं। ऐसे ही एक शौकीन हैं इंश्योरैस एजैंट वरुण अग्रवाल जो 19 वर्ष से जहां हर विषय पर ही बड़ी संख्या में डाक टिकट का संग्रह कर रहे हैं, वहीं इसी से जुड़ी जानकारियां जुटाकर चलता-फिरता इनसाइक्लोपीडिया भी बन चुके हैं। 

वह इस समय डाक टिकट प्रेमियों के संगठन फिलैटलिक क्लब अमृतसर के महासचिव व आल इंडिया फिलैटलिक कांग्रेस आफ इंडिया के लाइफ टाइम मैंबर हैं। वरुण अग्रवाल के पास सिख धर्म, जैन धर्म, सिने जगत की हस्तियों सहित समाचार-पत्रों एवं वरिष्ठ पत्रकारों पर जारी टिकटों का विशाल संग्रह है। इसकी हर तरह की जानकारी आप कभी भी उनसे ले सकते हैं। 

अमृतसर की हस्तियों पर जारी हुईं 15 से अधिक डाक टिकटें
वरुण अग्रवाल ने बताया कि अमृतसर की मशहूर सिने हस्तियों, कलाकारों सहित माननीय हस्तियों पर अब तक 15 से अधिक डाक टिकटें जारी हो चुकी हैं। इनमें राजेश खन्ना, बलराज साहनी, मोहम्मद रफी, मदन लाल ढींगरा, भाई वीर सिंह, भगत पूरण सिंह सहित जनरल मानेक शाह शामिल हैं। आजादी के बाद आज तक 2900 टिकटें जारी हो चुकी हैं। इसमें पंजाब और अमृतसर को विशेष स्थान दिया गया है। 

इसके अतिरिक्त श्री हरिमंदिर साहिब पर 1947 व 1987 में 3 टिकटें जारी हो चुकी हैं। उनके पास सबसे पुरानी कलैक्शन में अमृतसर के 400 साल पर 28 अक्तूबर 1977 में निकाला गया साईं मियां मीर पर डाक टिकट और कवर, एयर इंडिया की 3 जनवरी 1982 में अमृतसर से बॄमघम शुरू हुई पहली फ्लाइट पर 2 टिकटें जारी हुईं, जिस पर मोहर अमृतसर में और एक बॄमघम पहुंचने के उपरांत लगी। इसी तरह जलियांवाला बाग की 50वीं वर्षगांठ पर 1969 व 1994 पर 2 टिकटें व कवर जारी किए गए। 

लाला जगत नारायण पर डाक टिकट और कवर वरुण अग्रवाल के पास 
लाला जगत नारायण पर 9 सितम्बर 2013 को जारी डाक टिकट का संग्रह होने के साथ-साथ प्रथम दिवस कवर भी है, जिसे कि अलग-अलग शहरों में भी वहां की मोहर लगाकर जारी किया गया। वरुण के पास लाला जी पर जारी कवर की 15 विभिन्न किस्मों में मुख्य रूप से नई दिल्ली में जारी विशेष मोहर वाला कवर, 11-12-13 की स्पैशल डेट कैंसलेशन वाला कवर, मुंबई, अहमदाबाद, जालंधर, अमृतसर में जारी मोहरों वाले कवर, अहमदाबाद में 2 रंगों वाली लाला जी की डाक टिकट, जिसमें गलती से प्रिटिंग दौरान गहरा रंग पड़ गया था। इसके अतिरिक्त वरुण के पास स्वयं तैयार किए लाला जी के 10 अलग-अलग डिजाइन के कवर शामिल हैं। वरुण अग्रवाल भविष्य में भी क्लब की ओर से ‘हिंद समाचार गु्रप’ और ‘पंजाब केसरी’ पर स्पैशल कवर निकालने के इच्छुक हैं। 

सिख इतिहास पर विशेष कलैक्शन 
वरुण अग्रवाल ने बताया कि सिख इतिहास पर अब तक 70 के करीब टिकटें जारी हुई हैं, जिसका पूरा संग्रह उनके पास है। इनमें मुख्य रूप से महाराजा रणजीत सिंह पर जारी 1966 व 2001 में  2 टिकटें, श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर जारी 10 रुपए की विवादित टिकट जिस पर 2005 में जारी होने के साथ ही प्रतिबंध लगा दिया गया। इसके अतिरिक्त सिख हस्तियों में भाई वीर सिंह, मा. तारा सिंह, संत हरचंद सिंह लौंगोवाल के अतिरिक्त शहीद भगत सिंह सहित समूह हस्तियां शामिल हैं। 

सबसे महंगी डाक टिकटें भी
उन्होंने बताया कि 1947 में महात्मा गांधी पर 10 रुपए की टिकट जारी हुई थी, जिसकी संख्या केवल 200 के करीब थी। उस समय के गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया के निजी प्रयोग के लिए इन्हें जारी किया गया था। चाहे यह डाक टिकटें बहुत कम उपलब्ध हैं, लेकिन इसकी एक टिकट की कीमत 25 लाख रुपए के करीब है। इसके अतिरिक्त 1947 में जारी 12 आने की टिकट की मांग भी लाखों में है।  


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