राम रहीम के बेटे जसमीत को मटियामेट करना चाहती थी हनीप्रीत
punjabkesari.in Sunday, Nov 05, 2017 - 09:50 PM (IST)
जालंधर(रविंदर शर्मा): रविवार को दोबारा नामचर्चा शुरू होने के बाद एक बार फिर से राम रहीम का डेरा सुॢखयों में आ गया है। अंबाला जेल में कैद राम रहीम की खास राजदार हनीप्रीत को लेकर नया खुलासा हुआ है। हनीप्रीत राम रहीम के बेटे जसमीत को पूरी तरह से मटियामेट करना चाहती थी।
हनीप्रीत की नजर राम रहीम के करोड़ों रुपयों के कारोबार पर थी। वह नहीं चाहती थी कि राम रहीम के इस कारोबार का कुछ भी हिस्सा जसमीत को मिले। वह जसमीत के कारोबार को हथियाना चाहती थी। उसने राम रहीम के बेटे जसमीत इंसां के 15 करोड़ रुपए के बिस्कुट के बिजनैस को 2015 में बंद कराकर उसे कंगाल कर दिया था। लग्जरी लाइफ जीने वाली हनीप्रीत को लगता था कि बाबा की सारी दौलत की वही वारिस होगी। राम रहीम के बेटे जसमीत ने साल 1998 में फादर बिस्कुट के नाम से फैक्टरी लगाई थी। 50 कर्मचारियों के साथ शुरू हुआ उसका यह बिजनैस धीरे-धीरे चल पड़ा। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कई शहरों में इसके स्टोर खुल गए।
जसमीत ने बिस्कुट से शुरू किए कारोबार के बाद आचार, जैम, नमकीन जैसे प्रोडक्ट मार्कीट में उतारे और उनकी किंग थ्री के नाम से मार्कीट में ब्राडिंग शुरू कर दी थी। धीरे-धीरे उसके ये ब्रांड भी मार्कीट में छा गए। जसमीत के कारोबार में हो रही तरक्की को देख हनीप्रीत खुश नहीं थी क्योंकि वह खुद इस कारोबार को हैंडल करना चाहती थी। जब वह इसमें कामयाब नहीं हो पाई तो उसने जसमीत को यह बिजनैस बंद करने की सलाह दी लेकिन जसमीत ने इससे इंकार कर दिया। साल 2011 से हनीप्रीत और जसमीत के बीच दरारें आनी शुरू हो गई थीं। हनीप्रीत ने राम रहीम पर उसके बेटे के बिजनैस को बंद कराने का दबाव भी बनाया था। उसका कहना था कि जसमीत की कंपनी में बन रहे प्रोडक्ट की क्वालिटी सही नहीं है।
जसमीत ने अपने कारोबार को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था मगर वह कामयाब नहीं हो सका। साल 2015 में हनीप्रीत ने जसमीत का धंधा पूरी तरह से चौपट कर दिया था और मार्कीट में जितने भी प्रोडक्ट थे वे वापस कंपनी में मंगवा लिए गए थे। साल 2016 में राम रहीम ने एम.एस.जी. नाम की कंपनी बनाई और इसी में अपने बेटे की कंपनी किंग ट्री को मर्ज कर दिया। इसकी बागडोर हनीप्रीत के हाथों में थी। ऐसा कर हनीप्रीत अपने मकसद में कामयाब हो चुकी थी। हाल ही में राम रहीम के बेटे ने डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख बनने से इंकार कर दिया। जसमीत के इस बयान के पीछे भी कोई गहरा राज है और पुलिस जसमीत के डेरा प्रमुख न बनने के राज के पीछे की कहानी भी अब तलाश रही है।