आयकर विभाग ने 20 कारोबारियों को भेजे सम्मन

punjabkesari.in Friday, Mar 24, 2017 - 01:07 PM (IST)

लुधियाना (खुराना): नोटबंदी के बाद लगातार एक के बाद एक पैट्रो कारोबारियों को आयकर विभाग द्वारा नोटिस भेजने व सर्वे जैसी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सभी व्यापारी इस बात को लेकर दुखी हैं कि कारोबारियों को बिना बात के परेशान किया जा रहा है। वहीं आयकर विभाग द्वारा पैट्रो कारोबार से जुड़े व्यापारियों को गत दिनों जारी किए गए नोटिसों का जवाब व जरूरी दस्तावेज हम पहले ही सौंप चुके हैं। बावजूद इसके पैट्रोल पम्प डीलरों को परेशान करने का यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उपरोक्त शब्द लुधियाना पैट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आज विभाग की उस नीति के खिलाफ उतरते हुए व्यक्त किए, जिसमें आज आयकर विभाग द्वारा एक बार फिर से 20 के करीब पैट्रोलियम कारोबारियों को सम्मन जारी किए हैं। 

व्यापारियों ने कहा कि अगर विभागीय अधिकारियों द्वारा कारोबारियों को बिना बात परेशान करने का सिलसिला यूं ही चलता रहा तो लुधियाना जिले से संबंधित सभी 334 पैट्रो डीलर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। पैट्रो कारोबारियों ने साफ किया कि प्रत्येक कारोबारी को विभाग द्वारा एक के बाद एक 3-3 नोटिस भेजे जा रहे हैं, जबकि कारोबारियों द्वारा जवाब भेजने के बाद भी सर्वे जैसी कार्रवाइयों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। नोटबंदी के दिनों में कारोबारियों द्वारा सरकार के आदेशों का पालन करते हुए निर्धारित समय में ही 500 व 1000 रुपए की पुरानी करंसी खपतकारों से स्वीकार की थी। उन्होंने कहा कि पैट्रो पदार्थों की खरीद व बिक्री ऑनलाइन की जाती है, जिसमें किसी प्रकार का किंतु परंतु नहीं हो सकता है, क्योंकि उनके बिल पक्के व मार्जन लिमिटेड हैं, जिन्हें कभी भी चैक किया जा सकता है।

हम सभी विभाग से लगातार इस सबके लिए सम्पर्क में हैं और सहयोग भी कर रहे हैं तो फिर क्यों बार-बार एक ही बात के लिए परेशान किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि कारोबारियों को अपना काम शांतिपूर्वक व बिना किसी परेशानी से करने दिया जाए। अगर फिर भी विभाग को किसी प्रकार की शंका है तो कारोबारी स्वयं अपने सेल-परचेज व बैंकों में जमा नकदी व निकासी संबंधी दस्तावेज लेकर विभाग के कार्यालय में पहुंचने के लिए वचनबद्ध हैं। विभाग द्वारा उक्त कार्रवाई नोटबंदी के दौरान कारोबारियों द्वारा बैंको में तय सीमा से अधिक जमा करवाई गई राशि की शंकाओं को लेकर की जा रही है।


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