जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट से जुड़े हैं अमृतसर में हुए 80 करोड़ के घोटाले के तार

punjabkesari.in Monday, Sep 11, 2017 - 03:59 AM (IST)

जालंधर(पुनीत): अमृतसर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में हुई प्रथम जांच में सामने आए 80 करोड़ रुपए के घोटाले के तार जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट से जुड़े हैं, जिसके चलते निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने जालंधर में तैनात डी.सी.एफ.ए. (डिप्टी कंट्रोलर फाइनांस एवं अकाऊंट्स) दमन भल्ला सहित अमृतसर में रहे 7 कर्मचारियों को सस्पैंड कर दिया है। 

दमन भल्ला पहले अमृतसर में तैनात था, जिसके बाद जून में उसका जालंधर में तबादला कर दिया गया व मौजूदा समय में वह पिछले कई दिनों से जालंधर में ड्यूटी से गैर-हाजिर चल रहा है। अमृतसर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में तैनात रहे दमन भल्ला व उसके 6 साथियों पर फर्जी बैंक खाते खोलकर करोड़ों रुपए का घोटाला करने के आरोप हैं, जिन्हें सस्पैंड कर दिया गया है। इस संबंध में जालंधर पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने पत्रकारों से बातचीत दौरान कहा कि किसी भी भ्रष्ट कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वह किसी भी नेता का करीबी क्यों न हो। 

जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के बारे में पूछे जाने पर सिद्धू ने कहा कि विजीलैंस द्वारा जो भी रिपोर्ट दी जाएगी उस पर बनती कार्रवाई की जाएगी। पिछले सोमवार 4 सितम्बर को निकाय विभाग के सी.वी.ओ. (चीफ विजीलैंस आफिसर) सुदीप कुमार ने इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में छापा मारकर कैश बुक अपने कब्जे में ली थी, जिसके बाद से अंदाजा लगाया जा रहा था कि दमन भल्ला पर कार्रवाई हो सकती है। 8 सितम्बर शुक्रवार को निकाय विभाग के डायरैक्टर की टीम ने जालंधर में चैकिंग कर रिकार्ड खंगाला। जालंधर इम्प्रवूमैंट ट्रस्ट में जिस कदर विजीलैंस व निकाय विभाग द्वारा जांच करवाई जा रही है, उससे ऐसी संभावनाएं पैदा हो गई हैं कि जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में भी मिलीभगत से खेल खेले गए हैं। 

4.32 करोड़ के घपले पर सबकी नजरें
94.97 एकड़ सूर्या एन्क्लेव एक्सटैंशन स्कीम के लिए जमीन इक्वायर करने के एवज में ट्रस्ट द्वारा करोड़ों रुपए की राशि जमीन मालिकों को दी गई। इसमें फर्जी लोगों को खड़ा कर 4.32 करोड़ का घपला किया गया, जिसमें ट्रस्ट का पटवारी सुखदेव सिंह मास्टर माइंड है। एस.डी.एम. इकबाल संधू की जांच के बाद बारादरी थाने की पुलिस ने 11 लोगों पर मामला दर्ज किया लेकिन इस मामले में अभी तक कोई रिकवरी नहीं की गई। इस पूरे मामले को लेकर निकाय विभाग व विजीलैंस की टीम आने वाले समय में बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। अकाली सरकार के समय इस जांच को ठंडे बिस्तर में डाल दिया गया था, लेकिन सिद्धू द्वारा भ्रष्टाचार का यह मामला गंभीरता से लिया जा रहा है। अब सबकी नजर 4.32 करोड़ रुपए के घोटाले पर अटकी हुई है कि सिद्धू इस पर क्या कदम उठाते हैं। 

सस्पैंड ई.ओ. शर्मा, गर्ग भी रहे हैं जालंधर में तैनात
जिन अधिकारियों को सस्पैंड किया गया है उनमें जालंधर में ई.ओ. रहे अरविंद शर्मा व दयाल चंद गर्ग भी शामिल हैं। प्रथम जांच व विजीलैंस की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने अमृतसर में तैनात रहे ई.ओ. अरविंद शर्मा, ई.ओ दयाल चंद गर्ग, ई.ओ. परमजीत सिंह, डी.सी. एफ.ए. दमन भल्ला (मौजूदा तैनाती जालंधर में), श्रीमती टीना वोहरा, सी.ए. संजू कपूर व बिल क्लर्क सतनाम सिंह पर मामला दर्ज कर लिया है। 

अरविंद शर्मा के हस्ताक्षरों अधीन 49 चैक, गर्ग द्वारा 2, परमजीत सिंह द्वारा 3 चैक अपने हस्ताक्षरों अधीन जारी कर पैसा निकाला गया। चूंकि मौजूदा ई.ओ. जतिन्द्र सिंह से पहले अरविंद शर्मा की जालंधर में तैनात थे, इसलिए इस मामले को विजीलैंस द्वारा गंभीरता से लिया जा रहा है, क्योंकि ऐसा ही घोटाला जालंधर में भी हुआ हो सकता है। ई.ओ. दयाल चंद गर्ग भी जालंधर में लंबे समय तक ई.ओ. रह चुका है।
 


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