कोयले के ट्रेडरों ने रातों-रात कोयले के रेट में किया भारी बदलाव

punjabkesari.in Saturday, Mar 25, 2017 - 09:53 AM (IST)

मुल्लापुर दाखा (कालिया): कोयले के ट्रेडरों की तरफ से रातों-रात कोयले का रेट 1300 रुपए प्रति टन बढ़ाने पर भट्टा मालिकों के हाथ-पैर फूल गए हैं। मंदहाली के दौर से गुजर रहे कोयला मंत्री ने भारत सरकार के पास जाकर  भट्टा उद्योग को डूबने से बचाने की अपील की है।भट्टा एसोसिएशन रायकोट के प्रधान रमेश मुल्लांपुर, चेयरमैन जसविन्द्र सिंह सिद्धू, सरप्रस्त जगदीप सिंह, जग्गी राजोआना ने बताया कि 3-4 सालों से भट्टा उद्योग भारी घाटे में चल रहा है। आर्थिक बोझ के तले दबे भट्टा मकान मालिकों पर सेल टैक्स और टैक्सों की मार पड़ रही है।

कोयले का रेट

अब कोयले के ट्रेडरों ने रातों-रात मीटिंग करके कोयले का रेट 7000 रुपए प्रति टन से बढ़ा कर 8300 रुपए प्रति टन कर दिया है जबकि अमरीका की तरफ से कोई भी भाव नहीं बढ़ाया गया। न तो कोई शिप का किराया बढ़ा है और न ही कोई डॉलर की कीमत बढ़ी है। अमरीका से अदानी ग्रुप यह कोयला खरीद कर भारत में लाता है। इस ग्रुप ने भी कोयले के भाव में कोई विस्तार नहीं किया। फिर भी ट्रेडरों ने भट्टा उद्योग को कथित तौर पर लूटने के लिए 1300 रुपए प्रति टन कोयले में विस्तार किया है। भट्टा मालिकों को ट्रेडर की ओर से संदेश लगा रहे हैं कि कोयला एक हजार रुपए प्रति टन और महंगा हो जाएगा।

इस संबंधित जब अदानी ग्रुप के एसोसिएट अफसर विकास कुमार ने कहा कि कोयले के रेट में आज तक कोई विस्तार नहीं किया गया बल्कि अगले महीने कोयले के रेट घटने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि अदानी ग्रुप भट्टा उद्योग को बचाने के लिए नई पॉलिसी बनाने जा रहा है जिससे भट्टा मालिक ट्रेडरों की लूट से बच सकें। 
भट्टा एसोसिएशन रायकोट ने कोयला मंत्री भारत सरकार और मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को पत्र लिख कर गुहार लगाई है कि डूब रही भट्टा उद्योग को बचाने के लिए कोयले के रेटों में ट्रेडरों की तरफ से नाजायज वृद्धि की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए जिससे भट्टा उद्योग लूट का शिकार होने से बच सके।


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