पुलिस ने सुलझाई डबल मर्डर की गुत्थी, बेटे के दोस्त ही निकले मां-बेटी के हत्यारे

punjabkesari.in Friday, Feb 16, 2018 - 07:56 AM (IST)

अमृतसर (संजीव): न्यू अमृतसर के समीप स्थित दर्शन एवेन्यू में हुए गगनदीप वर्मा व उसकी बेटी शिवनैनी वर्मा हत्याकांड गुत्थी को जिला पुलिस ने सुलझा लिया है जिसमें पुलिस ने पंकज शर्मा (21) व नीरज कुमार (18) निवासी गुरु गोबिंद सिंह छेहर्टा को गिरफ्तार किया है। दोनों ही हत्यारोपी गगनदीप वर्मा के बेटे रिधम के दोस्त हैं जिनका अक्सर घर में आना-जाना था। दिसम्बर 2017 में गगनदीप वर्मा का बेटा रिधम कनाडा चला गया था।

पंकज व नीरज को पता था कि अब दोनों मां-बेटी घर में अकेली रहती हैं जिस कारण पंकज ने अपने साथी के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई।  यह खुलासा पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तव ने एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान किया। उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम सैल के इंचार्ज इंस्पैक्टर वविन्द्र महाजन व थाना सुल्तानविंड के इंचार्ज इंस्पैक्टर नीरज कुमार को उक्त आरोपियों के बारे में कुछ सुराग मिले जिस पर आज पंकज शर्मा को जांच के लिए हिरासत में ले लिया गया। कड़ी पूछताछ के दौरान पंकज शर्मा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया जिसके उपरांत दूसरे आरोपी नीरज कुमार को भी हिरासत में ले लिया गया। 

क्लोरोफार्म सुंघा कर पहले किया बेहोश, फिर हत्या कर जलाए शव 
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पंकज शर्मा व नीरज कुमार ने योजना के अंतर्र्गत बाजार से क्लोरोफार्म की शीशी ली और 8.15 बजे गगनदीप वर्मा के घर पर चले गए जहां पहचान होने के कारण गगनदीप वर्मा ने घर का दरवाजा खोल दिया और दोनों हत्यारोपी अंदर जाकर बैठ गए। चाय पीने के उपरांत पंकज शर्मा ने गगनदीप वर्मा को क्लोरोफार्म सुंघाई जिस पर वह बेहोश हो बिस्तर पर गिर गई जिसके उपरांत आरोपी घर के ऊपर की मंजिल पर बैठी शिवनैनी के कमरे में दाखिल हुए और उसे भी क्लोरोफार्म सुंघा बेहोश कर दिया। दोनों आरोपियों ने घर की तलाशी ली और कुछ सोने के जेवरों के साथ-साथ नकदी चुरा ली। आरोपियों की नीयत खराब होने पर दोनों ने बेहोश शिवनैनी से अश्लील हरकतें भी कीं जिसके उपरांत सबूत मिटाने के लिए गगनदीप वर्मा व उसकी बेटी शिवनैनी को जला कर आरोपी मौके से फरार हो गए।

पंकज के पिता से पूछताछ में खुला राज
पुलिस को जानकारी मिली कि वारदात के दिन से ही पंकज शर्मा शहर से गायब है। पुलिस द्वारा उसके पिता से पूछताछ शुरू की गई जिसने यह बात मान ली की वारदात के समय उसका लड़का पंकज शर्मा मौके पर था मगर हत्यारोपी कोई और है। पुलिस ने तुरंत पंकज शर्मा को हिरासत में लिया जिसने अपने दोस्त नीरज कुमार का नाम उगला। इस अवसर पर उनके साथ ए.डी.सी.पी.-2 लखबीर सिंह, ए.डी.सी.पी. जे.एस. वालिया, ए.डी.सी.पी. हरजीत सिंह धालीवाल व ए.सी.पी. मनजीत सिंह थे।


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