माइनिंग स्कैम में समयबद्ध जांच नहीं तो सी.एम. आवास पर धरना: खैहरा

punjabkesari.in Sunday, May 28, 2017 - 12:48 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): भुलत्थ से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक और प्रवक्ता सुखपाल सिंह खैहरा ने माइनिंग की ई-ऑक्शन में राणा गुरजीत सिंह की कंपनी के मुलाजिमों द्वारा रेत खदान का ठेका हासिल करने को ‘स्कैम’ बताते हुए कैप्टन अमरेंद्र सिंह को घेरने की तैयारी कर ली है। 

राणा गुरजीत सिंह पर कार्रवाई करने की मांग के साथ खैहरा ने कैप्टन को चेतावनी भी दी है कि यदि राणा को बचाने का प्रयास हुआ तो ‘आप’ चुपचाप नहीं बैठेगी और 30 मई को सी.एम. रिहायश के सामने धरना दिया जाएगा। खैहरा ने दावा किया है कि भ्रष्टाचार का इससे सीधा व स्पष्ट कोई मामला नहीं हो सकता, जिसे पंजाब पुलिस का एक हवलदार भी चुटकियों में समझ व सुलझा सकता है लेकिन पता नहीं क्यों पंजाब सरकार व सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह इस मामले में आंखें मूंदे बैठे हैं। 

शनिवार को दस्तावेजों के आधार पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए खैहरा ने कहा कि जिस शख्स अमित बहादुर ने 26 करोड़ की बोली देकर राज्य की सबसे महंगी खदान हासिल की है, उसने वर्ष 2015-16 के लिए 1 लाख रुपए से भी कम रिटर्न भरी थी। खातों की जानकारी से पता चला है कि उसे मात्र 11 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन मिलता था। यह बात हैरान करने वाली है कि कुछ माह पहले तक इतना कम वेतन लेने वाला व्यक्ति बोली में सफल होने के बाद 13 करोड़ रुपए राज्य सरकार के पास जमा करवाता है। 

खैहरा ने कहा कि यह भ्रष्टाचार का बड़ा मामला है और राज्य के मतदाताओं के साथ कई तरह के वायदे व पिछली अकाली-भाजपा सरकार को ऐसे ही मामलों के लिए कोसते हुए सत्ता तक पहुंचे सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह व अन्य कांग्रेस नेताओं के लिए भी इम्तिहान जैसा है। इसी मामले में लोग देखेंगे कि भ्रष्टाचार को लेकर कैप्टन कितने गंभीर हैं और पिछली विधानसभा में अकाली-भाजपा को कोसने वाले सीनियर कांग्रेसी नेता भी। विजीलैंस के चीफ डायरैक्टर को दी शिकायत पर खैहरा ने कहा कि इस मामले की उन्होंने पंजाब विजीलैंस के चीफ डायरैक्टर बी.के. उप्पल को भी शिकायत की है और मनी लांड्रिंग व बेनामी ट्रांजैक्शन के सबूत भी दिए हैं।

वैसे तो बी.के. उप्पल एक साफ छवि के पुलिस अधिकारी हैं लेकिन इस मामले में कार्रवाई से पता चल जाएगा कि विजीलैंस वाकई भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करती है या सिर्फ पटवारियों को ही पकडऩे में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के भी सबूत हैं कि माइनिंग बोली में लगा सारा पैसा राणा गुरजीत सिंह का ही है और वह आने वाले दिनों में इसके सबूत भी मीडिया में देंगे लेकिन वह चाहते हैं कि राणा गुरजीत इस मसले पर जो भी कहना चाहते हैं कह लें ताकि बाद में उन्हें यह कहने का मौका न मिले कि उन्हें प्रतिक्रिया का मौका नहीं मिला। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News