नए बिजली मीटरों के लिए लोग दफ्तरों में खा रहे धक्के

punjabkesari.in Sunday, Aug 20, 2017 - 01:14 PM (IST)

अमृतसर (रमन): पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में लगे हुए हैं। पंजाब सरकार ने पंजाब राज्य बिजली बोर्ड को तोड़ कर पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड बनाया था ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। शुरू-शुरू में तो पावर कॉम ने अपनी कार्यप्रणाली में काफी सुधार किया, लेकिन अब फिर पावर कॉम के हर विभाग का हाल बेहाल हुआ पड़ा है। सुविधा सैंटर दुविधा सैंटर बन चुके हैं। अंग्रेजों के जमाने की इमारतें गिरने के कगार पर हैं, कर्मचारी मौत के साए में काम कर रहे हैं।

पावर कॉम का काफी स्टाफ सेवानिवृत्त हो चुका है, पर नई भर्ती बहुत कम हो रही है जिससे कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ा है। यूनियनें आए दिन कर्मचारियों की कमी के कारण धरने-प्रदर्शन करती हैं। नए बिजली मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता को काफी मेहनत करनी पड़ती है। अगर उपभोक्ता ने मीटर जल्दी लगवाना है तो उसके लिए उसे सिफारिशों का सहारा लेना पड़ता है तब जाकर 10 से 15 दिन में बिजली मीटर लग पाता है अन्यथा एक उपभोक्ता को सुविधा सैंटर में मीटर अप्लाई करने के बाद 3 माह तक का इंतजार करना पड़ता है। सिफारिश न होने पर उपभोक्ता को रोजाना बिजली घरों में अधिकारियों के पास चक्कर लगाने पड़ते हैं। 

मीटर न लगने से बिजली चोरी करने पर मजबूर लोग 
कई सब-डिवीजनों में मीटर तो मिले लेकिन उन्हें पी.वी.सी. बिजली की तार नहीं मिली जिससे मीटर काफी दिन सब-डिवीजनों में ऐसे ही पड़े रहे। एक तरफ पावर कॉम बिजली चोरी को नकेल डालने में लगी हुई है, दूसरी ओर लोग अगर बिजली मीटर अप्लाई कर रहे हैं तो उनके मीटर नहीं लग रहे है, जिससे लोग मजबूरन बिजली की चोरी कर रहे हैं।

कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा पावर कॉम 
पावर कॉम के पास कर्मचारी बहुत कम हैं जिससे सरकारी कर्मचारी अपने स्तर पर प्राइवेट कर्मचारी रख कर काम करवा रहे हैं। हालांकि यह नियमों के खिलाफ है लेकिन काम चलाने के लिए कर्मचारी अपने स्तर पर काम कर रहे हैं। कर्मचारियों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्राइवेट कर्मचारियों से काम करवाना उनकी मजबूरी बन गया है।

विभाग नए कर्मचारियों की भर्ती नहीं कर रहा और सरकारी कर्मचारी दिन-प्रतिदिन सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं जिससे काम का बोझ बचे हुए कर्मचारियों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इन दिनों अधिकारी डिफाल्टिंग अमाऊंट को लेकर काफी सख्त हैं। नए मीटर लगाने के लिए कर्मचारी हैं नहीं, 2-2 सब-डिवीजनों में केबल 2 कर्मचारी काम कर रहे हैं। 


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