अब पंजाब के बिजली मंत्री राणा गुरजीत का विभाग बदलने की उठी मांग

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2017 - 03:53 PM (IST)

चंडीगढ़ (शर्मा): आम आदमी पार्टी ने रविवार को मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह से पंजाब के बिजली व सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह का बिजली विभाग बदलने की मांग की है। पार्टी विधायक दल व विधानसभा में विपक्ष के नेता एच.एस. फूलका ने आरोप लगाया है कि राणा गुरजीत सिंह जो कि राणा शूगर लिमिटेड के सह-संस्थापक हैं और वह पंजाब स्टेट पावर निगम लिमिटेड को बिजली बेच रही है। इस तरह यह सीधे तौर पर हितों के टकराव का मामला है। उन्होंने कहा कि बिजली मंत्री होने के नाते राणा पावरकॉम को कंट्रोल कर रहे हैं, इस तरह से वह खुद की कंपनी से बिजली खरीद रहे हैं। 


इससे पहले एडवोकेट एच.सी. अरोड़ा पंजाब सरकार के चीफ सैक्रेटरी के माध्यम से मुख्यमंत्री को डिमांड नोटिस भेजकर राणा गुरजीत से बिजली विभाग वापस लेने की मांग कर चुके हैं, साथ ही डिमांड नोटिस पर 10 दिनों में सकारात्मक कदम नहीं उठाने पर इस मामले को लेकर जनहित याचिका दायर करने की भी बात कह चुके हैं। नोटिस में कहा गया है कि कंपनी द्वारा अमृतसर जिले में 34 मैगावाट क्षमता का को-जैनरेशन प्लांट स्थापित किया गया है जिसमें से 20 मैगावाट तक की बिजली पावरकॉम को बेचने का 20 वर्षों का करार है जिसे 10 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।


अरोड़ा ने राणा से बिजली विभाग वापस लेने के साथ-साथ अपने डिमांड नोटिस में मुख्यमंत्री से मांग की है कि राणा द्वारा निजी कंपनियों के साथ पावरकॉम के बिजली खरीद समझौतों की दोबारा समीक्षा किए जाने संबंधी दिए गए निर्देशों को वापस लिया जाए। हितों के टकराव की कोई बात नहीं। क्या यह हास्यास्पद नहीं कि मैं खेती कर रहा होता तो कृषि मंत्री नहीं बन सकता। रही बात हितों के टकराव की तो उक्त कंपनी का मैं प्रोमोटर हूं, न कि दिन-प्रतिदिन का कार्य देखने के लिए कंपनी का निदेशक। यह कंपनी वर्षों से बिजली का उत्पादन कर रही है व पावरकॉम के साथ बिजली खरीद समझौते भी वर्षों पुराने हैं।  -राणा गुरजीत सिंह, बिजली व सिंचाई मंत्री, पंजाब सरकार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News