सरकार की चेतावनी दरकिनार, सरेआम हो रहा रेत का अवैध कारोबार

punjabkesari.in Sunday, Jun 25, 2017 - 05:13 PM (IST)

लुधियाना(अनिल): पंजाब की सत्ता में अपने 100 दिन पूरे कर चुकी कांग्रेस सरकार ने रेत माफिया को चेतावनी देते हुए कहा था कि राज्य में किसी तरह का रेत का अवैध कारोबार नहीं चलने दिया जाएगा। बावजूद इसके रेत माफिया सरेआम रेत का अवैध कारोबार चला रहा है। इसकी मिसाल थाना मेहरबान के अधीन आते करीब 1 दर्जन गांवों में देखी जा सकती है जिनमें प्रतिदिन रेत तस्करी करके माफिया प्रतिदिन सरकार को लाखों का चूना लगा रहा है। पुलिस और माइनिंग विभाग इस पर रोक लगाने की बजाय कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं। गांव जमालपुर लेली, कासाबाद, चूहड़वाल, ससराली कालोनी, बूथगढ़ रोड, मत्तेवाड़ा, गढ़ी फाजिल, डेरी, नूरवाला रोड में प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में अवैध रेत से भरे टिप्पर व ट्रैक्टर-ट्रॉलियां निकल रहे हैं। यहां तक कि गांवों में दिन-रात सरेआम अवैध रेत से भरे वाहन खड़े रहते हैं, जिन पर कोई विभाग कार्रवाई नहीं करता। हालांकि राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के करीब 1-2 सप्ताह तक हर रोज रेत का अवैध कारोबार करने वालों पर कार्रवाई होती रही है परंतु बाद में फिर स्थिति ज्यों की त्यों हो गई। 

पानी से रेत निकालने को गुजरात से लाई गई हैं कई बोट्स 
सतलुज दरिया में पानी का स्तर बढऩे के कारण रेत माफिया ने पानी से रेत निकालने के लिए गुजरात से नमक निकालने वाली बोट्स मंगवाई हैं। इनके जरिए अब सतलुज दरिया में पानी से बरमी के साथ रेत निकाली जा रही है। हालांकि पिछले समय के दौरान जमालपुर लेली से कई बार रेत निकालने वाली बोट को पुलिस द्वारा जब्त किया जा चुका है। गौर रहे कि बरसात के दिनों में 2-3 महीने तक पानी का स्तर अधिक रहने के चलते रेत माफिया सतलुज से रेत निकालने के लिए बोट्स का इस्तेमाल करता है। 

क्या कहते हैं माइनिंग विभाग के अधिकारी 
इस संबंध में जब माइनिंग विभाग के अधिकारी शिंगारा सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा समय-समय पर रेत का अवैध कारोबार करने वाले गांवों में जाकर चैकिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि गत रात्रि भी उन्होंने पुलिस टीम के साथ कई गांवों में दबिश दी थी परंतु ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया। 

 


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