सड़कों पर जान खतरे में : तेज रफ्तार वाहनों के आगे से निकलते हैं राहगीर
punjabkesari.in Thursday, Jan 18, 2018 - 11:47 AM (IST)
लुधियाना(खुराना): महानगर की तेज रफ्तार जिंदगी में सड़कों पर पैदल चलने वाले अधिकतर राहगीर मुख्य सड़कों पर तेज रफ्तार वाहनों की गति को नजरअंदाज करके अपनी जान तो जोखिम में डाल ही रहे हैं, साथ ही वाहन चालकों व दूसरों के लिए भी खतरा साबित हो रहे हैं। ऐसा नहीं कि यह लापरवाही ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम अधिकारियों को दिखाई नहीं दे रही लेकिन पता नहीं क्यों दोनों विभाग इस मामले में आंखें मूद कर बैठे हैं जबकि महानगर में रोजाना ही ऐसी कई दुर्घटनाएं हो रही हैं।
वाहन चालक को भुगतना पड़ता है जुर्माना
ऐसे मामलों में रोजाना होने वाले सड़क हादसों को लेकर प्रत्येक एक्सीडैंट के लिए वाहन चालक ही कसूरवार ठहराया जाता है। शायद नहीं, क्योंकि अधिकतर मामलों में पैदल चलने वाले लोग रोड एक्सीडैंट का कारण बनते हैं, जोकि पूरी तरह से लापरवाही अपनाते हुए ग्रीन लाइट होने के बावजूद तेज रफ्तार वाहनों के आगे से निकल जाने के चक्कर में हादसों का कारण बनते हैं। वहीं ऐसी स्थिति में पुलिस व आम लोग वाहन चालक को ही दोषी ठहराते हुए हादसे का शिकार हुए राहगीर के पक्ष में खड़े हो जाते हैं। ऐसे में संबंधित वाहन चालक का चालान करने के साथ-साथ चोटिल होने वाले राहगीर के इलाज का खर्च उठाने के लिए भी मजबूर होना पड़ता है।
जैबरा लाइन छोड़ बीच सड़क से गुजरते हैं लोग
ट्रैफिक पुलिस द्वारा नियमों के तहत पैदल चलने वाले लोगों के लिए बनाई गई जैबरा क्रॉसिंग का यहां कोई महत्व नहीं है लोग इसे छोड़ सड़क के बीच से चलते हैं। ऐसे राहगीरों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए भारत नगर जैसे प्रमुख चौक पर एक भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिखाई नहीं दिया।
वर्दीधारी ने भी तोड़ा नियम
पंजाब केसरी के छायाकार द्वारा कैमरे में कैद की गई भारत नगर चौक व बस स्टैंड की चंद तस्वीरें इस सच्चाई को बयां करती हैं कि लुधियानवी ट्रैफिक नियमों की पालना करने में कितने गंभीर हैं। आम लोगों की तो बात छोड़ो यहां एक पुलिस कर्मी भी ट्रैफिक के बीच में से गुजरता दिखाई दिया। वहीं दूसरी ओर जहां तेज रफ्तार वाहनों की परवाह किए बिना एक महिला बच्चे को गोदी में उठाकर निकलती दिखाई दी। इसके अलावा एक दम्पति छोटे बच्चे की उंगली थामे निकलता दिखाई दिया।