सलारिया के मैडीकल कालेज के विद्यार्थियों को अन्य कालेजों में शिफ्ट करने का फैसला

punjabkesari.in Tuesday, Oct 17, 2017 - 12:01 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने चिन्तपूर्णी मैडीकल कालेज के विद्यार्थियों को अन्य मैडीकल संस्थाओं में शिफ्ट करने के मुद्दे पर सोमवार को अपने मंत्रिमंडल के साथियों के साथ चर्चा की। सरकारी हलकों ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक सम्पन्न होने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पठानकोट में चिन्तपूर्णी मैडीकल कालेज के बंद होने से प्रभावित होने वाले विद्यार्थियों के करियर की रक्षा करने के लिए कृत संकल्प है। राज्य सरकार किसी भी तरह से विद्यार्थियों के भविष्य को खराब नहीं होने देगी। 

बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि कालेज में 250 विद्यार्थी एम.बी.बी.एस. कोर्स की शिक्षा के लिए भर्ती हुए थे। इनमें से 100 विद्यार्थी 2014 बैच तथा शेष 150 विद्यार्थी 2016 बैच के हैं। कैबिनेट इस बात पर सहमत थी कि सभी विद्यार्थियों को अन्य मैडीकल कालेजों में शिफ्ट कर दिया जाए। इसके लिए जल्द ही मैडीकल कौंसिल ऑफ इंडिया तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मंजूरी ले ली जाएगी। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने गुरदासपुर उप-चुनाव के दौरान पठानकोट में विद्यार्थियों को भरोसा दिया था कि बिना किसी देरी के उन्हें अन्य कालेजों में भेज दिया जाएगा। 

कांग्रेस सरकार उनके हितों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। अगर एम.सी.आई. की मंजूरी नवम्बर महीने में परीक्षा होने से पहले नहीं आती है तो इन विद्यार्थियों के लिए अलग से परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। यह कालेज भाजपा नेता स्वर्ण सलारिया का है, जो एम.सी.आई. द्वारा तय मापदंडों पर पूरा उतरने में नाकाम रहा है। इसके बाद पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को विद्यार्थियों के हितों की रक्षा के निर्देश दिए। राज्य सरकार ने इस संबंध में पहले ही एम.सी.आई. तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिख कर विद्यार्थियों को अन्य कालेजों में शिफ्ट करने का मामला उठाया हुआ है। 


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