सरेआम प्राइवेट गोदाम में उतारी जा रही 400 बोरी गेहूं जब्त

punjabkesari.in Monday, Aug 21, 2017 - 10:59 AM (IST)

अमृतसर(नीरज, इंद्रजीत): वार्ड नंबर 16-ए के लाके में उस समय सनसनी फैल गई जब अन्नगढ़ रोड स्थित एक प्राइवेट गोदाम में वार्ड के ही एक चक्की मालिक की तरफ से उतारी जा रही सरकारी गेहूं को फूड सप्लाई विभाग की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया और मौके पर पुलिस पार्टी भी आ गई। 

विभागीय अधिकारी ए.एफ.एस.ओ. संदीप सिंह सैंडी व वार्ड के इंस्पैक्टर प्रभदीप सिंह की तरफ से मौके पर जाकर गोदाम को सील कर दिया गया है। इस संबंधी पुलिस थाने में लिखित रिपोर्ट दे दी गई है। ए.सी.पी. व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। 

बताते चलें कि कैप्टन सरकार ने सत्ता में आते ही रईया में हुए करोड़ों रुपए के गेहूं घोटाले की जांच करवाई जिसमें 23 के करीब इंस्पैक्टरों व कुछ ए.एफ.एस.ओ. को सस्पैंड कर दिया गया था, इसके अलावा कुछ इंस्पैक्टरों का बाहरी राज्यों में तबादला भी कर दिया गया जिसके बाद यह माना जा रहा था कि गेहूं की ब्लैक को ब्रेक लग जाएगीलेकिन सरेआम दिन-दिहाड़े इस प्रकार की घटना सामने आने से विजीलैंस सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने एक बार फिर से इस तरफ फोकस कर लिया है। इस समय नई सरकार ने इस योजना आटा दाल योजना के नाम को बदलकर स्मार्ट आटा दाल योजना कर दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन गेहूं की ब्लैक रोकने में कहां तक सफल हो पाता है।

डिपो होल्डर को बनाया जा रहा दोषी
इस मामले में आश्चर्यजनक पहलू यह भी सामने आ रहा है कि फूड सप्लाई विभाग की टीम ने इस मामले में एक डिपो होल्डर को ही दोषी बना दिया है जिसका विरोध हो रहा है। आखिरकार विभाग के गोदाम से सरकारी गेहूं किस के हस्ताक्षरों होने के बाद निकाला गया और एक प्राइवेट गोदाम में कैसे पहुंच गया, जांच के बाद ही इस बारे में पता चलेगा लेकिन विभागीय अधिकारी डिपो होल्डर को दोषी बता रहे हैं।

डिपो तक गेहूं पहुंचाना इंस्पैक्टर की जिम्मेदारी
इस मामले में डिपो होल्डर एसोसिएशन संबंधित डिपो होल्डर के समर्थन में 
आ गई है। एसोसिएशन के जिला प्रधान संजीव कुमार लाडी ने कहा कि विभागीय नियमों के अनुसार गोदाम से डिपो तक गेहूं पहुंचाना वार्ड के इंस्पैक्टर की जिम्मेवारी है न कि डिपो होल्डर की जिम्मेवारी है। 
 


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