‘सुरमई शाम आप के नाम’ में हंस के गीतों ने लूटी महफिल

punjabkesari.in Monday, Oct 16, 2017 - 02:38 PM (IST)

जालंधर (विनीत): गैर सरकारी संस्था सक्षम, पंजाब की ओर से हंसराज महिला महाविद्यालय के दृष्टि सैल फॉर फिजीकली चैलेंज के सहयोग से चैरिटी कार्यक्रम ‘सुरमई शाम आप के नाम’ का आयोजन रागिनी आडिटोरियम में किया गया, जिसमें सुप्रसिद्ध सूफी गायक हंसराज हंस ने शिरकत करके अपने शानदार गायन से खूब समां बांधा।

इस संगीतमयी शाम में श्री विजय चोपड़ा बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए, जबकि श्रीमती सीमा चोपड़ा, अरविन्द चोपड़ा एवं डी.ए.वी. कालेज मैनेजिंग कमेटी, नई दिल्ली के सचिव अरविंद घई विशेषातिथि रहे। प्रिं. डा. अजय सरीन ने सभी अतिथियों का पुष्पित अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि सक्षम की ओर से टॉकिंग बुक्स बनाने का कार्य चल रहा है, जो दिव्यांगों के लिए लाभदायक है। संस्था के दीपेन्द्र मनोचा और महासचिव दीपिका सूद ने संस्था की गतिविधियों बारे बताया कि यह कार्यक्रम समाज के विभिन्न गण्यमान्यों के सहयोग से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि स्ट्रांग विल पॉवर और समाज के सहयोग से दिव्यांग भी बन सकते हैं ‘सक्षम’। PunjabKesari

मुख्यातिथि श्री विजय चोपड़ा ने शमां रोशन कर कार्यक्रम का आगाज किया और डा. प्रेम सागर ने ‘सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर है’ भजन पेश करके सभी का मन मोह लिया। इसके पश्चात हंसराज हंस ने अपने गायन से सभी को झूमने पर विवश किया। उन्होंने ‘जहां मौजें ही मौजें हैं, वहां साहिल नहीं होता, जहां अक्ल होती है, वहां दिल नहीं होता’ शेयर सुनाकर सभी की वाहवाही लूटी।

हंस ने ‘नित्त खैर मंगां सोहनियां मैं तेरी, दुआ न कोई होर मंगदी’, ‘दमादम मस्त कलंदर’, ‘नी वणजारण कुडि़ए’ व ‘नच्चण तों पहलां होका दियांगे’ गीत सुनाकर जहां सभी का खूब मनोरंजन किया, वहीं सामाजिक बुराई ‘भ्रूण हत्या’ न करने की प्रेरणा देते हुए गीत ‘पुत्त वंडाउण जमीनां, धीयां दुख वंडाउंदियां ने’ गाकर माहौल को भावुक बना दिया। कार्यक्रम में दृष्टि सैल की इंचार्ज डा. आशमीन कौर, एडवोकेट अशोक परुथी, मेहरचंद पॉलिटैक्नीक कालेज के प्रिं. डा. जगरूप सिंह, सोनिया महेन्द्रू, एस.एन. मॉयर, डा. पवन गुप्ता व अन्य गण्यमान्य भी मौजूद थे। PunjabKesari‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के साथ ‘बेटी को बसाने’ की भी जरूरत
‘मुख्यातिथि श्री विजय चोपड़ा ने कहा कि महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार देकर स्वामी दयानंद जी ने समाज पर बहुत बड़ा उपकार किया है। नारी शिक्षा के क्षेत्र में डी.ए.वी. संस्थानों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने समाज के प्रत्येक वर्ग को अपने बुजुर्गों का सदा सम्मान करने की प्रेरणा देते हुए सभी के साथ अपने अनुभव भी सांझा किए। श्री चोपड़ा ने कहा कि आजकल चारों ओर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दिया जा रहा है, जिसके तहत लड़कियां शिक्षित भी हो रही हैं, परन्तु अब जरूरत है उन्हें बसाने की। आजकल घर टूट रहे हैं, जिसके कई कारण हैं।

श्री चोपड़ा ने लड़कियों के घर टूटने का कारण मोबाइल फोन, टी.वी. सीरियल, असमान शिक्षा, बेमेल शादी को बताया। उन्होंने शादी के बाद लड़कियों को अपने ससुराल घर में एडजस्ट होने की सलाह दी। उन्होंने अपने अनेक अनुभव सभी के साथ शेयर करते हुए उन्हें लड़कियों के घर बसाने पर भी ध्यान देने का आह्वान किया। श्री चोपड़ा ने सक्षम संस्था की महासचिव दीपिका सूद और डा. प्रेम सागर के कार्यों की प्रशंसा की। 


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