मानसा जिला को कैलिफोर्निया बनाने के सपने साकार होने से पहले हुए चकनाचूर

punjabkesari.in Monday, Jul 17, 2017 - 04:49 PM (IST)

मानसा (मित्तल): मानसा शहर में सफाई व्यवस्था बुरी तरह लडख़ड़ा चुकी है। अब राजनीति के खामोश होने के कारण बादलों के मानसा जिले को पैरिस या कैलिफोर्निया बनाने के सपने साकार होने से पहले चकनाचूर हो गए हैं। मानसा शहर को चारों तरफ से इस समय गंदगी ने पूरी तरह घेराबंदी की हुई है। नगर कौंसिल मानसा का कोई राजा-बाबू न होने के कारण नगर कौंसिल लावारिस है। 

नगर कौंसिल मानसा का बुरा हाल 
नगर कौंसिल मानसा के समूह मुलाजिम व सफाई सेवक नगर कौंसिल मानसा का प्रधान व कार्य साधक अफसर न होने के कारण संघर्ष के रास्ते पर हैं और रोष धरने पर बैठ गए हैं। उनकी तरफ से रोष धरना लगातार जारी है। उनका कहना है कि नगर कौंसिल मानसा का कोई वाली-वारिस न होने के कारण उनको वेतन न मिलने कारण घरों के खर्च उठाने मुश्किल हो गए हैं। 

गंदगी के ढेरों से कराह रहा मानसा शहर
शहर में कूड़े-कर्कट के ढेर लगने कारण अकालियों का सर्वपक्षीय विकास अब गंदा होने लगा है। समूचा मानसा शहर गंदगी के ढेरों के साथ कराह रहा है। शहर के बस अड्डे के आसपास क्षेत्र रामबाग रोड, सिनेमा मार्कीट को मिलाने वाली गलियों, गांधी स्कूल, विद्या भारतीय स्कूल, बारा हट्ट चौक के पास सब्जी मार्कीट, सिविल अस्पताल मानसा आगे, वाटर वक्र्स रोड व जवाहरके रोड पर लगे कूड़े कर्कट के ढेर इस बात की गवाही भरते हैं। इस समय पर कार्य साधक अफसर न होने के कारण घरों में कूड़ा-कर्कट उठाने वाली जे.आई.टी.एफ. कंपनी का नगर कौंसिल की तरफ 28 लाख रुपए बकाया खड़ा है। ऐसी स्थिति में कंपनी वालों के सफाई कर्मियों को वेतन देने से हाथ खड़े हो रहे हैं।  इन गंदगी के ढेरों में आवारा पशुओं के मुंह मारने के कारण गंदगी का फैलाव बढ़ रहा है।

नगर कौंसिल के अधिकारियों का पक्ष 
नगर कौंसिल मानसा में कार्य साधक अफसर न होने के कारण कोई अधिकारी पक्ष के लिए सामने नहीं आया। इसके साथ नगर कौंसिल मानसा के समूह मुलाजिमों व सफाई सेवकों का कहना है कि इस बारे पंजाब सरकार ही बता सकती है। 


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