अकाली दल को आखिर याद आई पंथ, पगड़ी और चुन्नी!

punjabkesari.in Sunday, Jun 25, 2017 - 01:18 AM (IST)

जालंधर(बुलंद): 10 साल पंजाब में अकाली दल और भाजपा की सरकार रही। इस दौरान न जाने कितनी बार गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबियां हुईं, कितने गुटके फाड़े गए, बरगाड़ी गोलीकांड में 2 सिख मारे गए, अध्यापिकाओं को पंजाब पुलिस ने खूब पीटा, चलती आर्बिट बस से महिला को फैंक कर मार दिया गया पर अकाली दल ने कभी पगड़ी या चुन्नी की बेअदबी का मुद्दा न तो संसद में उठाया, न इस मामले पर कोई हंगामा किया और न ही इन गंभीर मामलों पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को शिकायतें भेजी गईं पर गत दिवस पंजाब विधानसभा में मार्शलों द्वारा ‘आप’ नेताओं को संसद से बाहर करने के दौरान एक विधायक की पगड़ी उतर गई और कुछ महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की में उनकी चुनरियां खींची गईं। 

ऐसे में अकाली दल ने इस सारे मामले को पंथक मुद्दा बनाने की पूरी तैयारी कर ली है। मामले की शिकायत अकाल तख्त साहिब पर करने की बातें की जा रही हैं। कांग्रेसी नेताओं को अकाल तख्त पर तलब करने की मांग अकाली दल उठाने लगा है पर हैरानी की बात है कि आखिर यह सब आज क्यों अकाली दल को याद आ गया? मामले बारे अकाली दल के टकसाली नेताओं ने बिना नाम प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि जब अकाली दल के राज में एक पुलिस अधिकारी ने एक युवा सिख की बिना किसी कारण पगड़ी उतार दी थी और इसकी वीडियो आज भी सोशल मीडिया पर पड़ी है तब तो किसी ने अकाल तख्त पर शिकायत नहीं की। 

अकाली दल ने तब हो-हल्ला नहीं मचाया जब आर्बिट बस से एक युवती को बाहर फैंका गया, क्या तब महिलाओं का सम्मान नष्ट नहीं हुआ था, पर किसी अकाली जत्थेदार या नेता ने इस बात को विधानसभा में नहीं उठाया। तो क्या यह मान लिया जाए कि जब अकाली दल सत्ता में नहीं होता तो उसे पंथक एजैंडा याद आ जाता है और जब अकाली दल की सरकार हो तो चाहे गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी हो या सिखों की पगडिय़ां उतारी जाएं, सब सहन हो जाता है। मामले बारे अकाली दल के एक नेता ने बताया कि बरगाड़ी कांड में कई सिखों पर केस दर्ज किए गए, कइयों की पुलिस द्वारा पिटाई की गई। इसी दौरान अनेकों सिखों के नाम पुलिस ने अपनी लिस्टों में डाले जिन्हें आज तक परेशान किया जा रहा है ताकि वे पंथक मुद्दों पर अपना आक्रोश प्रकट न कर सकें। यह सब अकाली दल के राज में हुआ। 

मामले बारे कांग्रेस के विधायक चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि जो कुछ भी विधानसभा में हुआ वह सब सुखबीर बादल और ‘आप’ पार्टी की मिलीभगत थी। उन्होंने कहा कि सुखबीर पहले ही कह रहे थे कि आज पगडिय़ां उतरेंगी और उनके ही इशरे पर पगडिय़ां उतारी गईं। उन्होंने कहा कि अकाली दल के राज में कितनी अध्यापिकाओं के साथ पुलिस ने बुरी तरह मारपीट की पर किसी को महिलाओं की इज्जत का ख्याल न आया पर जब विधानसभा में ‘आप’ नेत्रियां खुद मार्शलों के साथ हाथापाई कर रही थीं तो अकाली दल को महिलाओं की चुन्नियां याद आ गईं। 

चन्नी ने कहा कि सुखबीर अच्छी तरह जानते थे कि वि.स. में कांग्रेस अकाली राज के 10 सालों का कच्चा चिट्ठा खोलने वाली है इसीलिए सुखबीर ने ‘आप’ के साथ साजिश रच कर हंगामा करवाया और सारा ड्रामा रचा। चन्नी ने कहा कि अकाल तख्त साहिब हर सिख के लिए बड़े सम्मान वाली जगह है पर अकाली दल जत्थेदारों को अपने निजी फायदों के लिए इस्तेमाल करके इसका नाजायज फायदा उठा रहा है जिसे सिख कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते।


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