टमाटर के साथ-साथ प्याज ने सब्जियों के तड़के का स्वाद बिगाड़ा

punjabkesari.in Monday, Aug 21, 2017 - 01:25 PM (IST)

पठानकोट (शारदा): जी.एस.टी. की मार की जद में बेशक सीधे-सीधे व्यापारी, कारोबारी या मध्यम वर्ग आया है परन्तु गरीब जनता को जी.एस.टी. की पेचीदगियां नहीं अपितु लाल सोना बना टमाटर व सुख-दुख में रुलाने वाला प्याज अब दोहरे रूप में रुलाने लगा है। टमाटर के दाम में लगी आग की जद में अब प्याज जैसी दैनिक भोगी वस्तु, जिससे गरीब की रसोई में बनने वाली सब्जी में लगने वाले तड़के में जायका आता था, दाम बढऩे से पहुंच से बाहर हो गया है। इससे सब्जियों के तड़के का स्वाद पूरी तरह से बिगड़ गया है। 

टमाटर जहां इन दिनों 60 से 80 रुपए प्रति कि.ग्रा. बिक रहा है वहीं प्याज की कीमत भी परचून मार्कीट में 40 रुपए प्रति कि.ग्रा. को छू रही है। ऐसे में जहां पहले साधारण गृहिणी टमाटर व प्याज किलोग्राम में खरीदती थी अब पहुंच से बाहर होने से रुआंसे भाव से महज 250 ग्राम खरीदने को विवश है। हालांकि बरसात के दिनों में बेशक दैनिक भोगी वस्तुओं की सप्लाई कम अथवा प्रभावित होती है परन्तु अधिकांश आढ़ती स्टॉक किया हुआ माल सस्ते दामों में बेच देते हैं जिससे प्रतिदिन टमाटर व प्याज जैसी वस्तुओं का भाव गिरता व चढ़ता रहता है जबकि इस बार ऐसा देखने को नहीं मिल रहा। बरसात आए दिन हो रही है परन्तु टमाटर व प्याज के दाम कम होने की बजाय ऊपर की ओर चढ़ रहे हैं। 

क्या कहते हैं आढ़ती
सब्जी मंडी में कार्यरत आढ़तियों का मानना है कि बरसात के चलते नासिक व मध्य प्रदेश के कई प्याज पैदा करने वाले क्षेत्रों से प्याज की सप्लाई कम आ रही है जिसके कारण प्याज के भी दाम बढ़ रहे हैं। बरसात के बाद सप्लाई सुचारू होने पर टमाटर के साथ-साथ प्याज के दाम सामान्य होने की संभावना है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News