265 करोड़ रुपए से बनेगा वाटर ट्रीटमैंट प्लांट,इतने गांवों को मिलेगी शुद्ध जल की सुविधा

punjabkesari.in Monday, Sep 25, 2017 - 02:50 PM (IST)

निहाल सिंह वाला/बिलासपुर (बावा/जगसीर): केन्द्र सरकार की ओर से नाबार्ड की सहायता से गांव दौधर में 265 करोड़ की लागत से निहाल सिंह वाला व बाघापुराना के 184 गांवों को शुद्ध पानी देने के लिए बनाए जा रहे प्लांट का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। वाटर सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग पंजाब की ओर से इस प्रोजैक्ट के तहत घर-घर तक पानी पहुंचाने के लिए युद्ध स्तर पर मुहिम जारी है जिसके पहले पड़ाव के तहत विभाग के 40 कंडम वाटर वर्क्स तोड़कर नए बनाए जा रहे हैं तथा कई पुराने वाटर वर्क्स की रिपेयर भी की जा रही है। 


अनसेफ वाटर वक्र्स को तोड़कर बनाए जा रहे हैं नए वाटर वर्क्स
विभाग के इंजीनियर इकबाल सिंह ने बताया कि ब्लाक निहाल सिंह वाला में गांव बिलासपुर, कुस्सा, मल्लेयाना, दीना, रौंता, सैदोके, पत्तो हीरा सिंह, खाई, बौडे, भागीके, दीदारेवाला, बुर्जहमीरा, रामा, राऊके कलां, बीड़ राऊके के अलावा ब्लाक बाघापुराना के 22 अनसेफ वाटर वर्क्स तोड़ दिए गए हैं तथा इनकी जगह विभाग की ओर से नए वाटर वर्क्स बनाए जा रहे हैं।

गांव दौधर में इस प्रोजैक्ट का किया था विरोध
गांव दौधर में लगाए जाने कारण इस प्रोजैक्ट का विरोध भी हुआ था क्योंकि लोगों के अनुसार यह प्रोजैक्ट उस जगह पर लगाया जा रहा है, जहां विभाग की शर्तें भी पूरी नहीं होतीं क्योंकि प्रोजैक्ट लगाने के लिए जमीन नहर के साथ होनी जरूरी होती है लेकिन दौधर में जगह नहर से सवा किलोमीटर दूरी पर है तथा दूसरा यह विभाग की 5 एकड़ की शर्तें भी पूरी नहीं करती तथा सिर्फ 4 एकड़ जमीन में ही बनाया जा रहा है।

दूसरा सवाल भी हलके के लोगों के गले से नहीं उतरा था कि हलका बाघापुराना तथा हलका निहाल सिंह वाला के लिए लगाया जाने वाला यह प्रोजैक्ट दोनों हलकों के एक कोने पर ही क्यों लगाया गया। जबकि यह प्रोजैक्ट दोनों हलकों के बीच लगाया जा सकता था, क्योंकि एक कोने में होने के कारण इस जगह से हर गांव को पाइपों द्वारा जोडऩे में भारी खर्च आएगा तथा यदि यह प्रोजैक्ट हलके के बीच किसी गांव में लगाया जाता तो गांव को पाइपें भेजने में आसानी होनी थी तथा खर्चा भी बचाया जा सकता था।

पहले बधनीकलां में लगना था प्रोजैक्ट
सूत्रों के अनुसार ब्लाक बाघापुराना तथा निहाल सिंह वाला के भूजल में यूरेनियम तत्व 70 प्रतिशत पाया गया है, जिस कारण यह पानी पीने योग्य न होने के कारण कैंसर, काला पीलिया आदि के मरीजों की गिनती में भारी बढ़ौतरी दर्ज की गई है जिसके मद्देनजर केन्द्र सरकार की ओर से नाबार्ड बैंक की सहायता से हलका निहाल सिंह वाला तथा बाघापुराना के 184 के करीब गांवों को शुद्ध पानी देने के लिए इस बहु करोड़ी प्रोजैक्ट को मंजूरी दी गई थी।

विभाग की ओर से पहले यह प्रोजैक्ट बधनीकलां में लगाए जाने की योजना थी। जिसके तहत बधनीकलां नगर पंचायत की ओर से इस प्रोजैक्ट के लिए विभाग की ओर से रखी शर्तों के तहत नहर पर 5 एकड़ जमीन देने के लिए प्रस्ताव पास किया गया था तथा साथ ही इस 5 एकड़ जमीन के साथ और 5 एकड़ जमीन किसी भी समय विभाग को मुहैया करवाने की भी शर्त पूरी करने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन आखिरी मौके पर बधनीकलां की जगह को नामंजूर करते हुए यह प्रोजैक्ट गांव दौधर में लगाने को हरी झंडी दे दी गई। 


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