दीवाली के बाद स्वयंभू जत्थेदारों के विरुद्ध होगी ठोस कार्रवाई: गुरबचन सिंह

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2017 - 10:15 PM (IST)

अमृतसर(पुरी): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की पूर्व प्रधान जागीर कौर के नेतृत्व में एस.जी.पी.सी. के शिष्टमंडल को मिलने के उपरांत पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि दीवाली के बाद पांच सिंह साहिबान द्वारा श्री अकाल तख्त की मान मर्यादा, सिद्धांतों और परंपराओं को ठेस पहुंचाने वाले स्वयंभू जत्थेदारों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई भी अकाल तख्त की बराबरी न करे। 

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खेहरा द्वारा शिरोमणि कमेटी की पूर्व प्रधान जागीर कौर के विरुद्ध की गई शिकायत का मामला अभी चल रहा है, उसे खत्म नहीं किया गया। उन्होंने पंजाब सरकार और शिरोमणि कमेटी को भी आदेश जारी किया कि दीवाली के मौके श्री हरिमन्दिर साहिब की पवित्रता अगर भंग होती है तो इसके लिए ये दोनों जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि कुछ स्वयंभू जत्थेदार श्री अकाल तख्त के बराबर हुक्मनामे, संदेश आदि जारी कर रहे हैं व धार्मिक सजाएं दे रहे हैं, जो असहनीय है। उक्त लोग जिस सरबत खालसा की बात कर रहे हैं उसे शिरोमणि कमेटी, श्री अकाल तख्त, सिख संगत ने मंजूरी नहीं दी है। 

उन्होंने कहा कि सरबत खालसा बुलाने के कुछ सिद्धांत, परंपराएं और नियम हैं जिन पर वह पूरा नहीं बैठता। उन्होंने कहा कि इन स्वयंभू जत्थेदारों ने अब अलग परंपरा शुरू कर सजाएं सुनानी शुरू कर दी हैं, यह परंपराओं के उलट है। उन्होंने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की एग्जैक्टिव समिति के सदस्य और बहुसंख्या में शिरोमणि कमेटी सदस्य स्वयंभू जत्थेदारों के विरुद्ध जो शिकायत ले कर आए हैं, उस पर 11 सदस्यीय सलाहकार समिति के साथ विचार करने के उपरांत पांच सिंह साहिबान से मीटिंग कर कोई फैसला लिया जाएगा। 

वहीं जत्थेदार गुरबचन सिंह से मिलने के बाद एस.जी.पी.सी. की पूर्व प्रधान जागीर कौर ने पत्रकार सम्मेलन में जहां शक्ति प्रदर्शन किया, वहीं सरबत खालसा के स्वयंभू जत्थेदारों को ‘पापी’ व कांग्रेस की कठपुतली बताते हुए अकाल तख्त से इन पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने जस्टिस रणजीत सिंह आयोग, अकाली-भाजपा गठजोड़ सरकार समय हुई बेअदबी और आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा की गई शिकायत के मामले में कहा कि श्री अकाल तख्त के जत्थेदार और कौम का सब्र का प्याला भर गया है। कांग्रेस सरकार की शह पर स्वयंभू जत्थेदारों की तरफ से अकाल तख्त, एस.जी.पी.सी. और सिख कौम की छवि को नुक्सान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह स्वयंभू जत्थेदारों को सिख परंपराओं के साथ खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

उन्होंने सुखपाल सिंह खैहरा की तरफ से अकाल तख्त पर की गई शिकायत व अन्य मामलों पर कोई भी जवाब देने से इंकार कर दिया। उनसे जब यह पूछा गया कि वह एस.जी.पी.सी. सदस्यों सहित अकाल तख्त के जत्थेदार को इसलिए मिलीं क्योंकि सरबत खालसा पक्ष के जत्थेदारों ने उन्हें तलब किया है तो उन्होंने कहा कि वह सिर्फ अकाल तख्त के जत्थेदार के आदेश को मानती हैं न कि स्वयंभू जत्थेदारों को। उन्होंने कहा कि यह सवाल ही पैदा नहीं होता कि वह उनके आगे पेश हों। 


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