विधानसभा हलका फरीदकोट: विधायक का रिपोर्ट कार्ड

punjabkesari.in Wednesday, Dec 28, 2016 - 03:41 PM (IST)

उम्मीदवार बदला
इस बार शिरोमणि अकाली दल ने अपने विधायक दीप मल्होत्रा की टिकट काट दी है व उसकी जगह नौजवान नेता व पार्टी के वफादार परमबंस सिंह बंटी रोमाना को चुनावी मैदान में उतारा है। गत बार की तरह यह चेहरा भी पहली बार चुनाव लड़ रहा है।

वायदे जो किए
-शहर में नया बस स्टैंड बनाने का
-सिंचाई के लिए हिठाड़ क्षेत्र में नई कस्सियां बनाने का
-तलवंडी रोड फाटक के पुल बनाने का
-शहर के अंदर सीवरेज डालने का
-नौजवानों के लिए रोजगार पैदा करने का
-बाहर से उद्योग लाने का
-क्लबों को खेल किटें देने का

वायदे हुए वफा
-नया बस स्टैंड बना
-सीवरेज का काम शुरू
-160 गांवों के क्लबों को खेल किटें दीं
-पुल के निर्माण के लिए नींव पत्थर

सत्ताधारी उम्मीदवार का दावा
शिरोमणि अकाली दल बादल के उम्मीदवार परमबंस सिंह बंटी रोमाना चेयरमैन यूथ विकास बोर्ड ने दावा किया है कि अकाली भाजपा सरकार ने गत चुनाव दौरान जो वायदे किए थे वह हमेशा ही निभाए हैं। उन्होंने बताया कि गांवों व शहरों के विकास के अलावा शहर निवासियों के लिए तलवंडी भाई फाटक पर पुल बनाने व 112 करोड़ रुपए की लागत से सारे शहर में सीवरेज डालने का जो वायदा किया था वह पूरा किया है। सीवरेज का काम शुरू हो चुका है जबकि पुल के निर्माण का काम बहुत जल्द शुरू होने वाला है व नींव पत्थर रखा जा चुका है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो वायदे चुनाव दौरान किए थे वह सभी पूरे कर दिए हैं।


विरोधी पार्टी का जवाब
इस हलके से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार कुश्लदीप सिंह ढिल्लों ने कहा कि अकाली दल ने गत 10 वर्षों दौरान हलके को सिवाए गुंडागर्दी, नशा व बेरोजगारी के कुछ नहीं दिया। यहां की एक ही उद्योग सहकारी शूगर मिल बंद हो चुकी है। पुलों का निर्माण ऐलान मुताबिक शुरू नहीं हुआ। सीवरेज सिर्फ चुनाव कारण ही शुरू किया गया है। सादिक व गोलेवाला क्षेत्र के हिठाड़ वाले गांवों को सिंचाई के लिए पानी की कमी पहले की तरह ही बरकरार है। ऐलान मुताबिक कोई उद्योग यहां नहीं लगाया गया।


लोगों की प्रतिक्रिया
बचपन से ही रीझ थी कि उनके शहर में भी रेलवे फाटक के ऊपर से पुल हो क्योंकि फाटक कई-कई घंटे बंद रहता था, मगर यह रीझ अभी तक पूरी नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से पार्टियां सिरफ वायदे ही कर रही हैं।
-अश्विनी कुमार


गांवों में सिंचाई के लिए पानी की बहुत ही कमी है व खास कर हिठाड़ (सादिक) वाला क्षेत्र तो अभी भी पानी की बूंद-बूंद को तरस रहा है जिस कारण जमीनें बंजर बन रही हैं।
-इकबाल सिंह


कई वर्षों से व्यापारियों को इंस्पैक्टर राज से मुक्ति दिलवाने के वायदे किए जा रहे हैं मगर किसी भी सरकार ने अभी तक इससे मुक्ति नहीं दिलवाई। बल्कि और टैक्स व कार्रवाई द्वारा व्यापारी वर्ग को दबाया जा रहा है।
-जगजीवन सिंह


दलितों को समय-समय सरकारें पैंशन व अन्य भलाई स्कीमें शुरू करके सुविधाएं देने के वायदे करती रहती हैं, मगर असल स्थिति यह है कि अभी तक सारे दलित व गरीब लोगों की पैंशन तक नहीं लग सकीं। लोग सुविधाओं के लिए सरकार की ओर देख रहे हैं।
-चंदू राम


सरकार दौरान रेत व बजरी महंगी होने कारण सिरफ राज मिस्त्रीयों का ही कारोबार नहीं बल्कि गेट, ग्रिल, चौगाठ सहित लकड़ी का काम करने वाले कारीगरों का भी भारी आर्थिक नुक्सान हुआ है। उन्होंने कहा कि गत 4 वर्षों से कारोबार नामात्र के बराबर रह गया है।
-गुरदीप सिंह


घरों में पी.वी.सी लगाने सहित अन्य मजदूरी करने वाले सभी लोगों को गत 5 वर्षों दौरान रोजगार घटा है व लोग दुखी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस राज दौरान सिरफ किसान ही नहीं बल्कि खेत मजदूरों व दिहाड़ीदारों ने भी आर्थिक तौर पर तंग होकर खुदकशियां की हैं।
-गुरप्रीत सिंह

इस क्षेत्र में दलित विद्यार्थियों को लगातार रोला जा रहा है व सरकार द्वारा ऐलान के बावजूद उनसे फीसें वसूली गईं व वजीफे दिए नहीं गए। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी भी दलित की नहीं सुनी जिस कारण कई दलित विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोडऩी पड़ी।
-रजिन्द्र सिंह


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News