शहर का AQI 350 के पार, 2 लाख मरीज हुए परेशान

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 11:04 AM (IST)

अमृतसर(नीरज) :पिछले 2 दिनों से आसमान में छाए धूल के बादल आखिरकार इन्द्र देव की कृपा से छट गए और रुक-रुककर हुई हल्की बारिश के बाद बादल साफ हो गए। वहीं आम जनता ने भी राहत की सांस ली, लेकिन इस बार हुई बारिश भी कुछ अजीब तरह की नजर आई। हालात यह बने कि बारिश के रूप में आसमान से टपकने वाला पानी साफ नहीं बल्कि तेजाबी पानी था जिसमें धूल व धुएं के कण साफ मिले नजर आ रहे थे।  देहाती इलाकों में जहां बारिश के पानी को स्टोर करके खेतीबाड़ी के लिए प्रयोग किया जाता है वहां पर भी इस पानी को स्टोर नहीं किया जा सका, क्योंकि पानी बहुत गंदा था।

प्रदूषण कंट्रोल विभाग पंजाब की तरफ से पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था कि लोग हवा में घुली धूल के चलते न तो सैर करने जाएं और न ही ओपन ट्रालियों आदि में किसी प्रकार का सफर करें। अस्थमा व सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए 2 दिन काफी मुश्किल भरे रहे। हालांकि मौसम विभाग की तरफ से 17 जून को भी हल्की बारिश होने के आसार बताए जा रहे हैं जिससे आसमान में बचे खुचे धूल के कण भी साफ हो जाएंगे।

अमृतसर जिला नजर आया सबसे ज्यादा प्रदूषित
पिछले 2 दिनों में 450 का आंकड़ा पार कर चुका अमृतसर जिले का एयर क्वालिटी इंडैक्स बारिश होने के बाद भी 350 से 400 के बीच ही रहा है। पंजाब में सबसे ज्यादा प्रदूषित अमृतसर जिला ही नजर आया है। इसका मुख्य कारण अमृतसर में बी.आर.टी.एस. प्रौजैक्ट, फोर लेनिंग व सिक्स लेनिंग बनाने के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई किए जाना है। यहां तक ही ऐतिहासिक रामबाग के भी सैकड़ों पेड़ों को काट दिया गया। अमृतसर जिले में हजारों नहीं बल्कि लाखों की संख्या में पेड़ काटे गए, लेकिन इसके स्थान पर पेड़ लगाए नहीं गए। इसके चलते अमृतसर की हवा में धूल के कण उड़ते नजर आते हैं।

बारिश से तापमान में गिरावट
हल्की बारिश होने से आसमान में नजर आ रहे धूल के गुब्बार तो खत्म हो गए वहीं तापमान भी कम हो गया। इससे आम जनता को गर्मी से राहत मिली है। अमृतसर में तापमान जो 30 से 42 के बीच पहुंच गया था वह 25 से 35 के बीच रहा। 

Anjna