‘घोटाले में शामिल तीनों अधिकारियों को किया जाए बर्खास्त’

punjabkesari.in Friday, Sep 14, 2018 - 09:34 AM (IST)

अमृतसर (रमन): नगर निगम कमिश्नर सोनाली गिरि के साथ पिछले दिनों हुई बैठक की सारी डिटेल के जवाब यूनियन के पास पहुंचने पर सांझी संघर्ष कमेटी भड़क उठी व कमेटी के सदस्यों ने कहा कि निगम कमिश्नर से जो बात हुई थी उनमें से उन्होंने कोई बात पूरी नहीं की। कमेटी पदाधिकारी विनोद बिट्टा, हरजिन्द्र सिंह वालिया, मेजर सिंह तथा कर्मजीत सिंह के.पी. ने कहा कि पी.एफ. घोटाले में जुड़े तीनों अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए नहीं तो वे इन्हें सजा दिलाने के लिए संघर्ष का रस्ता अपनाएंगे, अगर उसमें किसी प्रकार का नुक्सान होता है तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उन्होंने पी.एफ. गबन की राशि 1.20 करोड़ के पार होने का दावा किया है। इसके साथ ही कमेटी ने आरोप लगाए कि उच्चाधिकारी इस मामले में शामिल तीनों वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने में लगे हैं।कर्मचारियों के पी.एफ. को ये अधिकारी खा चुके हैं। अभी भी ये अधिकारी सीटों पर विराजमान हैं और सीधा सभी को कहते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं बिगड़ सकता। 

कमेटी के सदस्यों ने फॉरैंसिक ऑडिट टीम की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि टीम ने कुल 1,20,25,239 रुपए गबन होने बारे बताया है। इसमें आशा रानी के बैंक खाते में 20,64,955 रुपए, चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी नीना सरीन के खाते में 6,72,000 रुपए, रूप लाल के खाते में 17,46,981 रुपए, जूनियर सहायक जसप्रीत के खाते में 48,65,769 रुपए और रविन्द्र कौर के खाते में 26,75,534 रुपए की डिटेल है। इस मामले में जूनियर सहायक जसप्रीत कौर व नीना सरीन पर आरोप तय होते ही उनके सस्पैंशन आर्डर पास कर दिए गए लेकिन अन्य तीनों वरिष्ठ अधिकारी 9 माह बाद भी अपनी सीटों पर हैं। 

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर निगम प्रशासन ने उनकी मांग को नहीं माना तो 30 सितम्बर के बाद अनिश्चितकाल हड़ताल करने के लिए मुलाजिम विवश हो जाएंगे। इस मौके पर अरुण सहजपाल, केवल कुमार, सतिन्द्र सिंह, बलविन्द्र कुमार बिल्लू, कस्तूरी लाल, लखविन्द्र सिंह नाग, चरणजीत सिंह, दलजीत सिंह, प्रितपाल सिंह, सरबजीत सिंह मौजूद थे। इस दौरान जोनों में ट्रांसफर हुए कर्मचारियों ने भी कमेटी के आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि जोनों में कोई बैठने का सिस्टम नहीं है। पहले उनसे कोई और काम करवा रहे थे व अब कोई और काम करवा रहे हैं। 

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