कैप्टन ने सिद्धू का इस्तीफा मंजूर कर बिल्कुल सही किया : जोशी

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 01:04 PM (IST)

अमृतसर(महेन्द्र): अंतर्राष्ट्रीय पूर्व क्रिकेटर एवं सैलिब्रेटी नवजोत सिंह सिद्धू के राजनीति में प्रवेश करने के पश्चात उनके साथ कभी चट्टान की तरह खड़े रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर बड़ा सियासी हमला बोला है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि बड़े-बड़े झूठे वायदे करने तथा विकास करवाने का जनून का झूठा दिखावा करने वाले सिद्धू अपने कैबिनेट मंत्री पद पर रहते हुए सारे पंजाब में विकास क्या करवाना था, गुरु नगरी में खास करके अपने हलके में भी एक ईंट तक नहीं लगवा पाए।  उन्होंने कहा कि गुरु नगरी के लोगों के साथ बड़े-बड़े झूठे वायदे करने पर सिद्धू को पाप की सजा मिली है। राहुल गांधी को इस्तीफा सौंपने की नौंटकी बेअसर रहने के पश्चात विवश होकर सिद्धू ने एक और नौंटकी करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को अब इस्तीफा दे दिया था, कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने उनकी इस्तीफा मंजूर करके बिल्कुल ठीक किया है। 

रेल हादसे के पीड़ित परिवार भी कोस रहे हैं सिद्धू को

उन्होंने कहा कि सिद्धू ने अपनी हठनीति के चलते जो कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दिया है, उसे लेकर गत वर्ष जौड़ा फाटक क्षेत्र में हुए रेल हादसे में मारे गए करीब 62 लोगों के पीड़ित परिवार भी आज सिद्धू के इस फैसले को बुरी तरह से कोस रहे हैं। उनका भी यही कहना है कि सिद्धू ने जो उनके साथ बड़े बड़े वायदे किए थे, उनके यह वायदे अब कौन पूरा करेगा?

ईमानदारी का मुखौटा पूरी तरह से उतर चुका है सिद्धू का 
जोशी ने कहा कि खुद को बड़े ही ईमानदार कहने वाले सिद्धू के अपने ही पूर्व विभाग में जिस तरह से विजीलैंस ब्यूरो ने पहले जीरकपुर और उसके पश्चात अमृतसर नगर सुधार ट्रस्ट कार्यालयों में रेड की थी, उससे यह साफ हो गया है कि सिद्धू के कार्यकाल के दौरान कहीं न कहीं भ्रष्टाचार होता रहा है। तभी तो विजीलैंस ब्यूरो को नगर सुधार ट्रस्ट कार्यालयों में रेड करके उनके चहेतों से जुड़े मामलों से संबंधित रिकार्ड खंगालना पड़ा है। विजीलैंस ब्यूरो द्वारा रेड किए जाने से पहले भी सिद्धू व उनकी पत्नी के कार्यकाल के दौरान हुए विकास कार्यों को लेकर भी कई प्रकार के सवाल उठते रहे हैं, इसलिए सिद्धू ने अपने चेहरे पर जो ईमानदारी का मुखौटा पहन रखा था, वह मुखौटा अब उनके चेहरे से पूरी तरह से उतर चुका है। 

जहां भी गए सिद्धू, पार्टी का ही माहौल बिगाड़ा  
उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेतली ही नहीं, बल्कि शिअद (ब) के पूर्व प्रधान प्रकाश सिंह बादल सहित अकाली-भाजपा गठबंधन के कई अन्य नेताओं ने सिद्धू को राजनीति में ला कर उन्हें पूरा मान-सम्मान दिया था। चार बार भाजपा के बैनर तले सांसद भी बनने का मौका मिला। भाजपा को अपनी मां कहने वाले सिद्धू ने भाजपा को ही धोखा दे दिया था। 
बड़े-बड़े रूतबों की ख्वाहिश रखने वाले सिद्धू जिस पार्टी में भी गए या फिर जाने का प्रयास किया, वहां उस पार्टी का उन्होंने माहौल ही खराब करने का प्रयास किया है, जो खुद को पार्टी से ऊपर मान कर चलते हैं। भाजपा के पश्चात सिद्धू अब कांग्रेस में भी अपनी वही हठ नीति अपनाए हुए थे, इसलिए उनकी हठ नीति के कारण आज कांग्रेस पार्टी ने भी जो उन्हें उनकी राजनीतिक हैसियत दिखाई है, वे इसी लायक ही हैं। आज उनकी यह स्थिति हो चुकी है कि वे राजनीतिक गलियारे में न घर के रहे हैं न किसी घाट के। 


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