कभी इंसाफ के लिए धरने पर बैठा आज अफीम सहित गिरफ्तार

punjabkesari.in Saturday, Mar 24, 2018 - 08:39 AM (IST)

अमृतसर (संजीव): खालसा कालेज के छात्र द्वारा आत्महत्या करने के मामले में इंसाफ की मांग को लेकर कई दिन तक चले रोष धरने में अपनी एक विशेष भूमिका निभाने वाले गुरविन्द्र सिंह गुरी निवासी वरपाल को आज थाना छहर्टा की पुलिस ने उसके साथी गुरमीत सिंह व मनदीप सिंह निवासी छहर्टा सहित गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से 620 ग्राम अफीम व चोरी का एक मोटरसाइकिल बरामद हुआ। गुरी ने अपने साथियों के साथ मिलकर नशा तस्करी का एक गैंग बना लिया था और पिछले कुछ माह से सक्रियता के साथ उत्तर प्रदेश व राजस्थान से अफीम की खेप लाकर अमृतसर में बेचने का धंधा चला रहा था। यह खुलासा ए.डी.सी.पी. लखबीर सिंह ने आज एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान किया।

उन्होंने बताया कि लगातार सूचनाएं मिल रही थी कि छोटी आयु के युवक खालसा कॉलेज, छहर्टा, वडाली व शहर के कुछ अन्य क्षेत्रों में नशा तस्करी का धंधा कर रहे हैं। लगातार ट्रेप लगाने के बावजूद तीनों शातिर हर बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाते थे। आज थाना छहर्टा के इंस्पैक्टर हरीश बहल ने जब अपने साथियों के साथ ग्राहक बनकर ट्रेप लगाया तो गुरी झांसे में आ गया और अफीम की डिलीवरी बाईपास करना तय होगा। पुलिस ने बाईपास पर अपना जाल बिछा लिया, जैसे ही तीनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार हो अफीम की डिलीवरी करने आये तो उन्हें दबोच लिया गया। तालाशी के दौरान उनके कब्जे से 120 ग्राम अफीम बरामद हुई, जबकि आरोपियों की निशानदेही पर छिपाई गई 500 ग्राम अफीम और बरामद की गई। तीनों के विरुद्ध  केस दर्ज कर उन्हें माननीय अदालत के निर्देशों पर जांच के लिए पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है। 


उत्तर प्रदेश व राजस्थान से ला रहे थे अफीम
गुरविन्द्र सिंह गुरी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अफीम तस्करी का काम शुरू किया और उत्तर प्रदेश व राजस्थान में कुछ ऐसे तस्करों के साथ संबंध बना लिए जहां से वह माल मंगवाने लगे। जैसे-जैसे अफीम की बिक्री होती गई वैसे-वैसे पैसा आने पर तीनों जहां आयाशी की ओर मुडऩे लगे वहीं अफीम की खेप बढ़ाकर मंगाने लगे। आने वालो ड्रग मनी को तीनों आरोपी अपनी आयाशी पर खर्च करते थे और उन्हें लगने लगा कि पैसा कमाना बहुत आसान है। बताने योग्य है कि 26 अप्रैल 2017 को खालसा कालेज में पढऩे वाले बी.एससी. के छात्र हरप्रीत सिंह ने मानसिक तनाव में आकर होस्टल के कमरे में फंदा लगा आत्महत्या कर ली थी जिसे कालेज प्रबंधन द्वारा लैक्चर शॉट होने के कारण रोल नंबर देने से इंकार किया गया था। हरप्रीत सिंह द्वारा आत्महत्या करने के उपरांत छात्रों द्वारा कालेज बंद कर दिया गया और कालेज के बाहर मैनेजमैंट के विरुद्ध रोष प्रदर्शन शुरू हुआ था, जिसमें गुरिन्द्र सिंह गुरी कालेज का विद्यार्थी न होने के बावजूद प्रदर्शन में शामिल हुआ और उसने धरने में एक विशेष भूमिका निभाई थी। कई दिन चले इस धरने में गुरी वहां शामिल हुआ था। क्या कारण था यह पुलिस के लिए एक जांच का विषय है। 

Punjab Kesari