स्वाद के रूप में जहर खा रही जनता

punjabkesari.in Sunday, Aug 02, 2015 - 02:06 AM (IST)

अमृतसर: जहां एक ओर आम जनता बढ़ती महंगाई के कारण परेशान हो रही है, वहीं दूसरी ओर खाद्य पदार्थों में लगातार हो रही मिलावट के कारण घर-घर बीमारियां फैल रही हैं। आज लगभग सभी बाजार व शहर नकली खाद्य पदार्थों से भरे पड़े हैं व जमाखोरों द्वारा जनता के पसीने की कमाई को दोनों हाथों से लूटा जा रहा है। 

 
इस संबंध में अमृतसर आटो डीलर्ज एसोसिएशन के प्रधान व पुलिस एडवाइजरी कमेटी के सदस्य राजेश बत्तरा ने कहा कि मिलावट के कारण आज आदमी की समझ में यह नहीं आ रहा कि क्या खाए व क्या न खाए, क्योंकि आज तो खाने की थाली में स्वाद के रूप में विभिन्न प्रकार के जहर पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों के तो वारे-न्यारे हो रहे हैं व जनता को बीमारियों की सौगात दोनों हाथों से बांटी जा रही है जिसके कारण लोगों के स्वास्थ्य पर खतरनाक प्रभाव पड़ रहा है। 
 
उन्होंने कहा कि आज घी, दूध, पनीर, खोया, मिर्च-मसाले, मिठाइयों के अलावा समय से पहले फलों व सब्जियों को तैयार करने के लिए विषैले रसायनों का प्रयोग कर लोगों के स्वास्थ्य से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है जिस कारण लोगों में भय पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि दूध की फैट बढ़ाने के लिए ग्लूकोज पाऊडर का प्रयोग सरेआम किया जा रहा है व चाकलेट को चमक देने के लिए लीक्विड ग्लूकोज का प्रयोग किया जा रहा है। 
 
उन्होंने कहा कि भले ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर छापामारी करके सैंपल भरे जाते हैं व उन्हें चैकिंग के लिए चंडीगढ़ लैबोरेटरी में भेजा जाता है, पर आज तक  किसी भी मिलावटखोर को कड़ी सजा नहीं दी गई जिसके  कारण मिलावटखोरों के हौसले बुलंद हो गए हैं व जिन दुकानदारों के सैंपल फेल हो जाते हैं वे भी निडर होकर फिर से मिलावटी खाद्य पदार्थ तैयार करके बेचना शुरू कर देते हैं। 
 
समाज में दूध जिसे अमृत का नाम दिया जाता है, की बढ़ रही मांग को देखते हुए उसे सिंथैटिक तरीके से यूरिया, कास्टिक सोडा, चर्बी व तेल का प्रयोग करके तैयार किया जाता है व शहर में अधिकांश दुकानों पर नकली सिंथैटिक खोया, पनीर, मिठाइयां व दूध बेच कर लोगों को सरेआम मौत बांटी जा रही है।और तो और भगवान को चढ़ाने वाला प्रसाद भी अब नकली खोए से तैयार हो रहा है जिसे प्रभु का आशीर्वाद समझ कर खाने वाले श्रद्धालु भी बीमारियों की गर्त में धकेले जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि  मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कानून पारित किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में मिलावट पर अंकुश लग सके।

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