रासा द्वारा लाखों रुपए इकठ्ठा करने का मामला डी.ई.ओ. की बनेगा गले की फांस

punjabkesari.in Saturday, Jun 02, 2018 - 11:09 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): मान्यता प्राप्त और एफिलिएटिड स्कूल एसोसिएशन रासा द्वारा बोर्ड की परीक्षाओं में आमने-सामने सैंटर बनाने के बदले लाखों रुपए इकठ्ठा करने के आरोप का मामला जिला शिक्षा अधिकारी सैकेंडरी के गले की फांस बन सकता है। शिक्षा विभाग ने रासा द्वारा शिक्षा अधिकारी पर लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लेते बोर्ड के चेयरमैन को उक्त मामले की गहनता के साथ जांच करके रिपोर्ट देने के आदेश जारी किए हैं। 

जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुमार द्वारा बोर्ड के चेयरमैन को लिखे पत्र में कहा गया है कि रासा के राज्य महासचिव पंडित कुलवंत राय शर्मा द्वारा डी.ई.ओ. सैकेंडरी सुनीता किरण पर बोर्ड की परीक्षाओं में आमने-सामने सैंटर बनाने के नाम पर लाखों रुपए इकठ्ठा करने का मामला सामने आया है। आपको हिदायत की जाती है कि उक्त मामले की गहनता के साथ जांच करके रिपोर्ट भेजी जाए। 

उधर, रासा के राज्य महासचिव पंडित कुलवंत राय शर्मा आज उक्त मामले में शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुमार, बोर्ड के चेयरमैन और विभाग के अन्य उच्च अधिकारियों से चंडीगढ़ में मिले। शर्मा ने ‘पंजाब केसरी’ के साथ बातचीत करते बताया कि मैडम सुनीता किरण ने बोर्ड की परीक्षाओं में अपने चहेते स्कूलों के परीक्षा केंद्र उनके मर्जी के स्कूलों में आमने-सामने बना कर लाखों रुपए इकठ्ठा किए हैं, जबकि विभाग के सचिव कृष्ण कुमार द्वारा सख्त हिदायतें दी गई थीं कि स्कूलों के आमने-सामने सैंटर बिल्कुल न बनाए जाएं, परन्तु अधिकारी द्वारा किसी भी हिदायत की परवाह किए बिना अपने चहेते स्कूलों को लाभ दिया गया। 

रासा के स्कूल बंद करके मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को सौंप देंगे चाबियां 
पंडित कुलवंत राय शर्मा ने कहा कि मैडम हमेशा ही रासा के स्कूलों को टारगेट करती रही हैं और अपने चहेते स्कूलों को लाभ देती रही हैं। शर्मा ने कहा कि सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल (अठवाल) में सरेआम नकल चलने की तस्वीरों सहित अलग-अलग अखबारों में खबरें भी प्रकाशित हुई लेकिन मैडम सुनीता किरण ने उक्त स्कूल खिलाफ कोई कार्रवाई न करते हुए उनका पक्ष दबाते रहे। 
उन्होंने कहा कि यदि ऐसे अधिकारी ही स्कूलों को नाजायज तौर पर परेशान करते रहे तो पंजाब में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने वाले रासा के स्कूल बंद करके चाबियां मुख्यमंत्री पंजाब और शिक्षा मंत्री को सौंप देंगे।

क्या कहना है जिला शिक्षा अधिकारी का
इस संबंधी जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता किरण ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, सभी झूठे और बेबुनियाद हैं। बोर्ड द्वारा ही 10वीं और 12वीं के परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें मेरा कोई हाथ नहीं है।  35 वर्ष की सरकारी नौकरी में उसने आज तक किसी से एक पैसा तक नहीं लिया है। उनका चरित्र साफ और स्पष्ट है।

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