कर्फ्यू से हड़कंप, पोल्ट्री फार्म मालिकों ने नहरों के किनारे छोड़े जिंदा मुर्गे

punjabkesari.in Tuesday, Mar 24, 2020 - 10:58 AM (IST)

अमृतसर(इन्द्रजीत): पंजाब सरकार द्वारा आज दोपहर अचानक कर्फ्यू  की घोषणा कर देने के उपरांत जहां पर कोरोना वायरस के मामले में जनता को संतुष्टि अवश्य हुई है लेकिन इसमें पोल्ट्री फार्म उद्योग बुरी तरह खतरे में पड़ गया है। नतीजन हड़कंप की स्थिति में पहुंचे बड़ी संख्या में पोल्ट्री फार्म के मालिकों ने अपने जिंदा मुर्गें नहरों के किनारे लावारिस छोड़ दिए।

ऐसी स्थिति तब उत्पन्न होती है जब पोल्ट्री उद्योग के पास मुर्गे को अपने पास सुरक्षित रखने का कोई विकल्प बाकी नहीं बचता, जबकि ना संभाल पाने की स्थिति में यदि यह पक्षी मर जाता है तो किसी गंभीर बीमारी के संकेत आ सकते हैं। इस संबंध में पोल्ट्री फार्म एसोसिएशन के अध्यक्ष जी.एस. बेदी ने बताया कि पंजाब में पोल्ट्री फार्मों के पास इस समय 40 से 50 लाख जिंदा मुर्गें और 1 करोड़ के करीब अंडों का भंडार पड़ा है। समस्या है कि इन पक्षियों के लिए फीड का इंतजाम भी नहीं हो रहा। क्योंकि पंजाब की मुख्य फीड मिलो ने माल भेजना बंद कर दिया है। इन परिस्थितियों में पोल्ट्री फार्म के पास एक-दो दिन से अधिक मुर्गें जिंदा नहीं रह सकता और उन्हें किसी भी सूरत में उसे मार्कीट में भेजना पड़ेगा।

पोल्ट्री अध्यक्ष ने कहा कि मार्कीट के बीच भेजने के लिए सरकार द्वारा घोषित कफ्र्यू आड़े आ रहा हैं, इसीलिए ऐसा कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यदि मुर्गे को बाहर की ओर ना निकाला गया अथवा न बेचा गया तो इससे गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है। क्योंकि फीड ना मिलने की स्थिति में मुर्गे शायद मर जाएंगे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कर्फ्यू के दिनों में उन्हें निरंतर 2 या 3 घंटे बाजार में बेचने की अनुमति दे दी जाए, ताकि इस जीव को किसी मुकाम में भेजा जा सके। पोल्ट्री उद्योग के व्यापारी किसी भी कीमत को आगे रखकर मुर्गों को बेच लेंगे। 

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