तापमान में गिरावट आने के बावजूद भी नहीं खत्म हो रहा डेंगू

punjabkesari.in Monday, Nov 12, 2018 - 05:16 PM (IST)

अमृतसर (दलजीत): तापमान में गिरावट आने के बावजूद डेंगू का डंग खत्म नहीं हुआ है। जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या में अब भी दिनों दिन इजाफा होता जा रहा है। सेहत विभाग डेंगू के मरीजों की संख्या जहां 288 बता कर अपनी डफली बजा रहा है, वहां ही गैर सरकारी आंकड़ों से अनुसार डेंगू के मरीजों की संख्या 600 से अधिक बढ़ गई है। लोगों में डेंगू को लेकर अभी भी भारी दहशत पाई जा रही है। जानकारी के अनुसार तापमान में गिरावट आने के बावजूद डेंगू का ढंग खत्म होने की बजाए ओर खतरनाक हो गया है। 16 डिग्री से कम तापमान होने पर ही डेंगू का मच्छर लोगों का खून चूसना बंद करेगा। सेहत विभाग के एक अनुमान के अनुसार 15 नवंबर के बाद डेंगू का ढंग खत्म होगा परन्तु मौसम को देख कर लगता है कि विभाग का यह अनुमान आने वाले समय में गलत साबित हो सकता है। 

जिले के प्राईवेट अस्पतालों के इलावा गलियों, मुहल्लों में खुली क्लिनिकों में डेंगू के शकी और पोजिटिव मरीजों की संख्या में दिनों दिन इजाफा हो रहा है। कई डाक्टर तो सेहत विभाग की नालायकी के कारण शकी मरीजों को भरम में डाल कर अपनी मोटी कमाई कर रहे हैं। जिले में कुछ लैबोरटरियां तो ऐसीं भी हैं जो कि विभाग की अफसरशाही की ढिल्लम के कारण अलग अलग रिपोर्टों  देकर लोगों में दहशत फैला रहे हैं। सेहत विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि जिले के प्रसिद्ध अस्पताल उनको डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट दे रहे हैं परन्तु विभाग के दावे से उलट गलियों, मुहल्लों के डाक्टर मरीजों की रिपोर्ट विभाग को नहीं दे रहे हैं। विभाग जहां 288 जिले में मरीज होने का दावा कर रहा है परन्तु गैर सरकारी आंकडों से अनुसार इस की संख्या 600 से और ज्यादा है। सेहत विभाग सिर्फ कागजों में ही डेंगू की रोकथाम और जागरुक संबंधी ढिडोरा पीटा जा रहा है परन्तु वास्तविकता कोसों दूर है। 

डेंगू को लेकर न तो सेहत विभाग और न ही जिला प्रसाशन गंभीर
पंजाब केसरी द्वारा शहरी और देहाती क्षेत्रों का दौरा किया गया तो देखा गया कि डेंगू के मरीजों की संख्या प्राईवेट कलीनिकों पर काफी बडे स्तर पर हो रही थी। लोग डेंगू को लेकर काफी दहशत में थे। जय गोपाल लाली और पंडित रजिन्दर शर्मा राजू ने कहा कि डेंगू को लेकर न तो सेहत विभाग और न ही जिला प्रसाशन गंभीर है। अधिकारी अपने नंबर बनाने के लिए झूठी बयानबाजी करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं। शहरी क्षेत्र में अधिकारी आकर देखने कि लोग डेंगू के साथ किस तरह पीड़ित हैं। कार्यालयों में बैठ कर और फोटो खिंचवा कर यह अधिकारी अखबारों की मुख्य समाचार में आते हैं। उन्होंने कहा कि वह अधिकारियों की उक्त झूठी वाहोवाही संबंधी मानवीय अधिकार कमिशन को भी शिकायत करने जा रहे हैं। 

लोग साफ सफाई की तरफ दे ध्यान
शहर के प्रसिद्ध छाती और मैडिसन विभाग के डा. रजनीश शर्मा ने बताया कि डेंगू का ए.डी. अजिपटी नाम का मच्छर सुबह के समय ही काटता है। यह मच्छर साफ पानी में अपना लारवा पैदा करता है। लोगों को अपने घरों के आस आसपास साफ सफाई रखनी चाहिए। सेहत विभाग और नगर निगम को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए क्षेत्रों में छिडकाव करवाना चाहिए। उन्होंने बताया कि डेंगू के मरीजों की संख्या अभी भी नहीं घटी है। 

हमारे पास सिर्फ 288 मरीजों का रिकार्ड, मौत नहीं हुई कोई
जिला मलेरिया अधिकारी डा. मदन मोहन के साथ जब इस संबंधी बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डेंगू के मरीजों की संख्या हमारे रिकार्ड अनुसार 288 है, मौत कोई नहीं हुई है। शहर के बड़े अस्पताल डेंगू के मरीजों की संख्या हमें दे रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि गलियों, मुहल्लों के डाक्टर मरीजों की संख्या आपको दे रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वह हमें रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं। उन्होंने एक अलग सी बात करते लोगों को कहा कि डेंगू को लेकर वह प्राईवेट डाक्टरों के पास जाते ही क्यों हैं यदि कोई ऐसी बात है तो सरकारी अस्पतालों में आए। 

Mohit