नशा कारोबारियों के साथियों ने 3 दोस्तों को पीटा,‘स्मैक’ की बिक्री रोकने के लिए दी थी शिकायत

punjabkesari.in Thursday, Jul 18, 2019 - 09:12 AM (IST)

अमृतसर(सफर, अरुण) : सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल पर एक ही बेड पर बैठे खून से सने कपड़ों में डरे हुए फैजपुरा आबादी के रहने वाले तीन दोस्त संदीप, बिल्ला व मंदीप ने अपने इलाके में ‘स्मैक’ की बिक्री रोकने को फैजपुरा पुलिस चौंकी को रिपोर्ट दी थी और इलाके के विधायक तक नशा बेचने वालों की लिस्टें पहुंचाई थीं।

इस पर मंगलवार रात नशे के धंधेबाजों के गिरोह के 40-50 लोगों ने तेजधार हथियारों से तीनों दोस्तों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस मामले में ए.एस.आई राजकुमार कहते हैं कि दो पक्षों में झगड़ा हुआ था, दोनों पक्ष के 3-3 लोग जख्मी है। सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। मैडीकल रिपोर्ट आने पर एफ.आई.आर दर्ज होगी। वहीं अस्पताल में घायलों के परिजन ‘नीला-सत्तू गैंग’ पर आरोप लगा रहे हैं।
संदीप, बिल्ला व मंदीप ने बताया कि इलाके में बिक रही स्मैक के बारे में पुलिस को जानकारी दी, पुलिस खामोश रही। इलाके में नशे से कई मौतें हो चुकी हैं। फिर सोमवार विधायक सुनील दत्ती के भाई सोनू दत्ती से मिलकर सारी जानकारी दी और उसी दिन डोर-टू-डोर नशे से दूर रहने का अभियान मुहल्ले में छेड़ा। 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि ‘नीला-सत्तू गैंग’ ने तीनों को घरों से निकाल कर बुरी तरह पीटा। इससे साफ है कि नशे के सौदागरों की गहरी पैठ है। तभी खादी और खाकी दोनों खामोश हैं। 

कांग्रेसी वर्करों को ही महंगा पड़ा अभियान चलाना
पंजाब में कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि वह ‘भयमुक्त, नशामुक्त’ पंजाब बनाएंगे पर सत्ता में आने के बाद ऐसा कुछ नहीं हुआ। नशा डंके की चोट पर बिक रहा है। 
वहीं पंजाब सरकार का अभियान कांग्रेसी वर्करों को अपने ही मुहल्ले में चलाना महंगा पड़ गया है। 

आरोपी जल्द होंगे काबू, नशा नहीं बिकने देंगे   
ए.सी.पी. नार्थ सर्बजीत सिंह बाजवा ने कहा कि सिविल अस्पताल में दाखिल घायलों के बयानों पर एफ.आई.आर. दर्ज की जा रही है। हमलावर कोई भी हों, उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इलाके में नशा नहीं बिकने देंगे। पुलिस ने नशे के खिलाफ खास अभियान छेड़ रखा है। यही वजह है कि पुलिस का साथ देने वाले अब नशे के धंधे से जुड़े लोगों की आंखों की किरकिरी हो गए हैं।

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