‘गोल्डन टैंपल’ के दर्शन कर जिंदगी का आज का दिन ‘गोल्डन’ हो गया : फराह खान

punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 05:19 PM (IST)

अमृतसर(स.ह., नवदीप): पंजाबी सूट पहने फुलकारी की चुन्नी से मुंह ढंके और आंखों को चश्मे से छुपाते हुए बॉलीवुड की जानी-पहचानी कोरियोग्राफर व डायरैक्टर फराह खान श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंची, जबकि 9 घंटे पहले सोमवार रात 10.30 बजे भी फराह खान ने श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन किए थे। वह सुबह 45 मिनट तक आध्यात्मिक केन्द्र श्री हरिमंदिर साहिब में रहीं। श्रद्धालु की तरह श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका और अरदास की। उनके साथ ‘फिक्की’ अमृतसर चैप्टर की सीनियर वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरुषि वर्मा व फिक्की से जुड़ी कई पदाधिकारी मौजूद थीं।  

 

श्री हरिमंदिर साहिब में अरदास के पहले फराह खान परिक्रमा में कई जगह कुछ देर तक हाथ जोड़कर श्री हरिमंदिर साहिब को अपलक देखती रहीं तो कभी आंखें बंद करके पवित्र सरोवर के समीप बैठकर गुरबाणी का श्रवण करती रहीं। सादगी के साथ आस्था में लबालब फराह खान ने श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शनों के बाद कहा कि ‘गोल्डन टैंपल’ के दर्शन कर मेरे जिंदगी का आज का दिन ‘गोल्डन’ हो गया। यही बात उन्होंने ‘सोशल मीडिया’ पर भी अपने करोड़ों प्रशंसकों के लिए शेयर की है। 

 

सोमवार को फिक्की सैमीनार के बाद वह श्री हरिमंदिर साहिब दर्शनों के लिए गई थीं। पहली बार श्री हरिमंदिर साहिब में दर्शन करने के बाद उन्होंने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में जितने लम्हे उनकी जिंदगी के गुजरे हैं वे जिंदगी के सबसे बेहतर लम्हे हैं। मुझे यहां आकर जितना सुकून मिला शायद अब तक कहीं और नहीं मिला था। 

थैंक्स ‘फिक्की’, धन्यवाद ‘गुरु नगरी’
फराह खान श्री हरिमंदिर साहिब दर्शनों के दौरान परिक्रमा के बारे में एस.जी.पी.सी. के धर्म प्रचारक जोगा सिंह से जानकारी हासिल करती रहीं। श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शनों के बाद उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। फराह खान ने थैंक्स ‘फिक्की’, धन्यवाद ‘गुरु नगरी’ कह कर श्री हरिमंदिर साहिब के पास से बच्चों के लिए कड़े खरीदे और कहने लगी कि श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन करके वह निहाल हो गई। बॉलीवुड कोरियोग्राफर व फिल्म डायरैक्टर फराह खान कहती हैं कि बेटियां सुरक्षित रहेंगी अगर बेटों को हर मां समाज में बेटियों के सम्मान की शिक्षा दे। मैं समझती हूं कि दुष्कर्म का शिकार बेटियां समाज से सवाल पूछती हैं कि जिस देश में महिला को देवी तुल्य माना जाता है वहां पर ऐसा घोर अपराध क्यों? कौन है इसका जिम्मेदार। 

swetha