ब्यास दरिया का मामला : दूषित पानी से मरी 15 प्रजातियों की मछलियां

punjabkesari.in Wednesday, May 23, 2018 - 12:25 PM (IST)

तरनतारन (रमन): चड्ढा शूगर मिल जिला गुरदासपुर द्वारा गत दिवस डाले गए 'सीरे' के कारण गुरदासपुर-ब्यास दरिया के 100 किलोमीटर के एरिए मेंपानी दूषित हो गया था। इस कारण करीब 15 प्रकार की प्रजातियों की मछलियां मौत के मुंह में चली गईं। इन मछलियों की मौत पर प्रदेश सरकार द्वारा साधी गई चुप्पी पर राज्यपाल द्वारा कड़ा नोटिस लेने के बाद हालात बदलते नजर आए। हालांकि दूषित पानी के कारण कितनी मछलियां मौत के मुंह मेंचली गईं इसका खुलासा करने के लिए कोई तैयार नहीं।

 

उधर हरिके पत्तन बर्ड सैंक्चुरी में ज्यादा पानी छोड़े जाने के कारण पानी साफ होता नजर आ रहाहै जिससे मछलियों को पूरी ऑक्सीजन मिलनी शुरू हो गई है।तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर प्रदीप कुमार सभ्रवाल की ओर से दरिया ब्यास से मछलियां पकडऩे की पाबंदी लगाई गई थी और आम जनता को चेतावनीदी गई थी कि दूषित पानी का शिकार हुई मछलियों का सेवन न किया जाए। सूत्रों के अनुसार दरियाओं के दूषित हुए पानी को साफ करने के लिए रणजीतसागर डैम से 1 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया। इस मामले में भले ही पंजाब पॉल्यूएशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से शराब फैक्टरी को 25 लाख रुपए जुर्मानाकिया गया है परंतु इस जुर्माने से संकेत मिल रहा है कि यह एक करोड़ रुपए तक बढ़ाया जा सकता है क्योंकि सीरा दरिया मेंडाले जाने के कारण मछलियोंके अलावा और कई जीव-जंतुओं को भारी नुक्सान पहुंचा है।
 

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