नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर ‘जज’ ने 6 लोगों से लाखों ठगे

punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2019 - 10:44 AM (IST)

अमृतसर(सफर) : ‘भ्रष्टाचार मुक्त पंजाब’ का नारा देने वाली सरकार के ही विभाग में कैसे भ्रष्टाचार फैला है, यह सियासत भी जानती है और पब्लिक भी। बात करें अमृतसर नगर निगम की तो यहां पर भ्रष्टाचार है या नहीं यह हम नहीं जानते लेकिन यहां पर सफाई सेवक का काम करते ‘जज’ ने तो निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी कर डाली।

मामला थाना सिविल लाइन पुलिस ने दर्ज किया है। थाना सिविल लाइन में दर्ज एफ.आई.आर.नंबर 123 में जज सिंह के खिलाफ जहां 420 आई.पी.सी. की धाराएं लगाई गई हैं।  वहीं पुलिस के पास 6 लोगों ने और भी शिकायतें की हैं कि ‘जज’ उनके बच्चों को अमृतसर नगर निगम में नौकरी दिलाने के लिए लाखों रुपए ले चुका है। प्रति बच्चा 30 हजार से 50 हजार रुपए लिए थे। मामले की जांच कर रहे ए.एस.आई. इन्द्रजीत सिंह (क्राइम विंग) कहते हैं कि जांच में अब तक 3 लाख के करीब रकम सामने आई है, बाकी आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही खुलासा हो सकता है। पुलिस हर ङ्क्षबदू पर जांच कर रही है। वीरवार को सुबह पुलिस नगर निगम के कार्यालय जाकर ‘जज’ के बारे मेें जानकारियां हासिल करेगी जबकि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। नौकरी लगवाने का ‘धंधा’ बड़ा पुराना है 

नगर निगम में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी का ऐसा धंधा बहुत पुराना है। 2 दशक पहले भी ऐसे कई मामले पुलिस फाइलों में दर्ज हैं। तमाम मोहल्ला छाप नेताओं की तो ऐसे ही ठगी का कारोबार चल रहा है। सियासत के चेहरे भी रिश्वत में बिकते हैं और नौकरी के नाम पर धोखे का खेल खूब चलता है। ब्याज के नाम पर कर्ज तो यहां पर तमाम बड़े चेहरों ने धंधा बना रखा है वहीं कुछ ऐसे में मामले सामने आते रहे हैं जिनमें नौकरी के नाम पर ठगने का पूरा नेटवर्क मिलता है। जांच इस बार पुलिस के हाथों में दोबारा आई है, पुराने मामलों की तह तक जाने के लिए सिविल लाइन पुलिस ने जिले के सभी थानों से ऐसी शिकायतें मंगवाई हैं जिसमें ऐसे आरोपों को लेकर मामले दर्ज हुए थे। 

‘जज’ जल्द होगा गिरफ्तार : एस.एच.ओ.
थाना सिविल लाइन के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर शिव दर्शन सिंह कहते हैं कि ‘जज’ को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जज सिंह चूंकि नगर निगम का कर्मचारी है जांंच तह तक होगी। संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस धंधे में जज सिंह के साथ कुछ और विभाग के कर्मचारी या अधिकारियों की मिलीभगत हो या सियासत से जुड़ी हो। गिरफ्तारी के लिए टीमें छापामारी कर रही हैं, फोन लोकेशन जांची जा रही है। 

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